नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में प्रदुषण का स्तर एक बार फिर से बढ़ना शुरू हो गया है। यहाँ तक कि बरसात के मौसम में भी प्रदूषण कम होने का नाम नहीं ले रहा है। अब सरकार ने इसको रोकने के लिए दिल्ली-एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान यानी GRAP को लागू करने का फैसला किया है। ऐसे में ये खास ख्याल रखा जाएगा कि वाहनों से निकलने वाले धुएं को रोका जा सके।
अब अगर आपने अपनी गाड़ी के प्रदूषण की जांच नहीं कराई है या आपके पास वैलिड पीयूसी(PUC) नहीं है तो इसे इसी हफ्ते के अंदर बनवा लें, वरना 1 अक्तूबर से आपको समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
पुलिस काटेगी चालान
ट्रांसपोर्ट विभाग के ज्वाइंट कमिश्नर नवलेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि वैध पीयूसी ना होने पर 10 हजार रूपये तक के चालान काटे जाएंगे। वहीं जिन्होंने लंबे समय से गाड़ी का पॉल्यूशन जांच नहीं करवाया है ऐसे 15 हजार लोगों को ट्रांसपोर्ट विभाग की ओर से नोटिस भेजा गया है। साथ ही इन लोगों को चेतावनी भी दी गई है कि अगर 15 दिनों के अंदर गाड़ी की पॉल्यूशन जांच नहीं करवाते हैं तो उनके 10 हजार रूपये के चालान काटे जाएंगे। टीमें रोजाना सड़कों पर प्रदूषण फैलाने वाली गाड़ियों की जांच कर रही है।
पार्किंग से भी उठाएंगे पुरानी गाड़ियां
ज्वाइंट कमिश्नर नवलेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि जिन्होंने अपनी 10 साल पुरानी डीजल और 15 साल पुरानी पेट्रोल की गाडियां अभी तक स्क्रैप नहीं करवाई हैं, उन्हे भी परेशानी उठानी पड़ सकती है। ट्रांसपोर्ट विभाग की टीमें ऐसी गाड़ियां को सड़क पर चलने नहीं देंगी। इतना ही नहीं अगर ऐसी गाड़ियां सार्वजनिक पार्किंग में भी खड़ी मिलती हैं तो उन्हें वहां से उठाकर स्क्रैप के लिए भेज दिया जाएगा। समय-समय पर ऐसी सरप्राईज चेकिंग की जाती रहेगी।
- एक दूसरे के रहन-सहन, रीति-रिवाज, जीवन शैली और भाषा को जानना आवश्यक है: गंगा सहाय मीना
- Understanding Each Other’s Lifestyle, Customs, and Language is Essential: Ganga Sahay Meena
- आम आदमी पार्टी ने स्वार विधानसभा में चलाया सदस्यता अभियान
- UP Bye-Elections 2024: नेता प्रतिपक्ष पहुंचे रामपुर, उपचुनाव को लेकर सरकारी मशीनरी पर लगाए गंभीर आरोप
- लोकतंत्र पर मंडराता खतरा: मतदाताओं की जिम्मेदारी और बढ़ती राजनीतिक अपराधीकरण- इरफान जामियावाला(राष्ट्रीय प्रवक्ता, आल इंडिया पसमंदा मुस्लिम महाज़)
- एएमयू संस्थापक सर सैय्यद अहमद खान को भारत रत्न देने की मांग उठी