उत्तर प्रदेश/रामपुर: समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और रामपुर के नगर विधायक आजम खान और उनके परिवार की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं।
उनके विधायक बेटे अब्दुल्लाह आजम खान के बेहद करीबी दो मित्रों को पुलिस ने जुआ खेलते हुए वायरल हो रहे वीडियो के मामले में 3 दिन पहले ही गिरफ्तार किया था। उनसे हुई पूछताछ में कई गंभीर मामले सामने आए जिसके तहत बीते दिन जौहर यूनिवर्सिटी में जेसीबी से खुदाई करके नगर पालिका रामपुर की एक कीमती सफाई मशीन बरामद की गई थी।
लिफ्ट की शाफ्ट में छुपी थीं किताबें
इसी क्रम में आज भी कार्रवाई हुई है। पुलिस रिमांड पर लिए गए दोनों आरोपियों की निशानदेही पर आज पुलिस ने यूनिवर्सिटी कैंपस बिल्डिंग में बनी लिफ्ट शाफ्ट में छुपा कर रखी गई बेहद कीमती किताबों https://youtu.be/nuOTX49TEF8को बरामद किया है।
यह किताबें मदरसा आलिया जिसकी स्थापना 1774 में नवाब रामपुर ने की थी जिसे राजकीय ओरिएंटल कॉलेज के नाम से भी जाना जाता था। इसी मदरसा आलिया की लाइब्रेरी से यह किताबें चोरी की गई थी और इस मामले में 2019 में FIR की गई थी।
और बढ़ सकती हैं आज़म खान की मुश्किलें
इनकी बरामदगी के बाद पुलिस अब दोनों आरोपियों की पुलिस रिमांड बढ़ाने के लिए एक बार फिर न्यायालय का रुख कर रही है। लेकिन यह बरामदी की बेहद गंभीर है और आजम खान की मुश्किलें बढ़ाने वाली है।
इस मामले पर अपर पुलिस अधीक्षक डॉक्टर संसार सिंह ने बताया,”अनवार और सालिम को 2 दिन पहले गिरफ्तार किया था इनसे पूछताछ की थी, इसी दौरान कल एक और मुकदमा लिखा गया, बाकर खान द्वारा जो यहां के सम्मानित व्यक्ति हैं उन्हें बताया नगर पालिका द्वारा सफाई करने के लिए कुछ मशीनें मंगाई गई जो महंगी मशीनें थी, जौहर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने वहां से मशीनें मंगवा ली थीं, उन्होंने बताया आज़म खान जो विधायक हैं मौजूदा…अब्दुल्लाह आजम खान जो विधायक हैं और उस समय के तत्कालीन चेयरमैन अज़हर अहमद खां उनकी मिलीभगत से अब्दुल्लाह आजम के कुछ मित्रों की मदद से वहां से ले गए थे, जब सरकार बदली प्रशासन ने मशीनों का पता करना चाहा तो उन मशीनों को काटकर जौहर यूनिवर्सिटी में दबा दिया, इसमें मुकदमा लिखा गया कोतवाली में जो गिरफ्तार अभियुक्त थे उनसे इस बारे में पूछताछ की गई बताया कि हम बता सकते हैं जौहर यूनिवर्सिटी में दबी हुई है मशीन कल वह मशीनें हमने खोदकर निकाली थी, कई सालों से दबी हुई थी इसी दौरान राजकीय ओरिएंटल कॉलेज मदरसा आलिया के जो प्रधानाचार्य हैं जुबेर जो रात में आए उन्होंने कहा जो मुलजिम गिरफ्तार किए हैं अगर इनसे मदरसा आलिया की जो किताबें चोरी हुई थी मेरी उनके बारे में पूछताछ की जाए तो वह बता सकते हैं, प्रधानाचार्य ने बताया सितंबर 2016 में 10633 किताबें उनके कॉलेज से चुरा ली गई थी, इस संबंध में उन्होंने 2019 में चोरी का एक मुकदमा लिखाया था, उसमें 7 अभियुक्त जेल जा चुके थे, 2500 किताबें बरामद हो गयी थी, बताया कि बाकी की 7000 किताबें बची हुई हैं, वह कहीं दबी हुई हैं जौहर यूनिवर्सिटी के कैंपस में, यह जो मुलजिम है अनवार और सालिम अगर इनसे पूछताछ करें तो ये बता सकते हैं, प्रधानाचार्य की सूचना पर हम लोगों ने इनसे पूछताछ की, अनवार और सालिम ने बताया कि हां किताबें दबी हुई हैं, इन लोगों की निशानदेही पर जो यूनिवर्सिटी में जो लिफ्ट है उसमें नीचे से ऊपर तक यह किताबें भरी हुई थीं और दीवार बनी हुई थी, इसकी गिनती अभी जारी है बरामदगी भी जारी है, ये हजारों की संख्या में किताबें हैं, 2 मुलजिम कल पीसीआर पर लिए गए थे तो उनकी आज फिर पीसीआर अप्लाई की जाएगी कुछ और बरामदगी भी होगी, मदरसा आलिया का फर्नीचर भी गायब था, इन मुलाजिमों ने यह बताया है यूनिवर्सिटी प्रशासन की शह पर किताबें चुराई गई थी और इन्हीं की शह पर छुपाया गया था जो उस वक़्त कर्मचारी थे वे सब मुलजिम बनेंगे, इनकी पीसीआर अप्लाई कर रहे हैं फिर पीसीआर पर लेकर और चीजें बरामद करेंगे।
इस मामले पर मदरसा आलिया के प्रधानाचार्य जुबेर अहमद ने बताया,”2016 में ओरिएंटल कॉलेज की बिल्डिंग पर मंत्री द्वारा कब्जा कर लिया फिर उसको अपनी ट्रस्ट के नाम कराया, उस मामले में 2019 में एफ आई आर दर्ज हुई जिसमें लगभग 2500 किताबें बरामद हो गई थी बाकी किताबे रह गई थी, मैं मदरसा आलिया में इंचार्ज प्रिंसिपल हूं मेरा नाम ज़ुबैर अहमद है, बची हुई किताबें आज बरामद हुई है जिला प्रशासन का यह बढ़िया काम है और फर्नीचर भी है जो चोरी हुआ था लगभग 40 लकड़ी की अलमारियां है बाकी और भी बहुत सारा सामान है।
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