Israel-Hamas war: इजरायल की सेना ने शनिवार को कहा कि दक्षिणी ग़ज़ा में इज़रायली सेना पर कई महीनों में हुए सबसे घातक हमले में आठ सैनिक मारे गए।
विदेशी मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सेना ने यह तो कहा कि विस्फोट में सैनिक मारे गए, लेकिन विस्तृत जानकारी नहीं दी। इन मौतों से युद्ध विराम की मांग को बल मिलेगा और सेना से अति-रूढ़िवादी छूट को लेकर इज़राइली जनता का ग़ुस्सा बढ़ेगा।
जनवरी में ग़ज़ा में एक फिलिस्तीनी हमले में 21 इज़राइली सैनिक मरे गए थे।
पिछले महीने, इजरायल के सुप्रीम कोर्ट ने सेना में सेवा न करने वाले कई अति-रूढ़िवादी पुरुषों के लिए सरकारी सब्सिडी समाप्त करने का आदेश दिया। नया मसौदा कानून पारित नहीं हुआ है, लेकिन प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के गठबंधन ने इस सप्ताह धार्मिक पुरुषों के लिए छूट बढ़ाने के पक्ष में मतदान किया। हालाँकि यह मतदान केवल प्रक्रियात्मक था, लेकिन इसने एक ऐसे युद्ध के दौरान स्वीकृत होने के कारण हंगामा खड़ा कर दिया जिसमें सैकड़ों सैनिक मारे गए हैं और कई अन्य ग़ज़ा के अंदर या लेबनान में हिज़्बुल्लाह जवानों के खिलाफ़ अग्रिम पंक्ति में हैं।
इजरायल के रक्षा मंत्री और देश के युद्ध मंत्रिमंडल के सदस्य योआव गैलांट ने इस बात पर जोर दिया है कि ग़ज़ा पट्टी में हमास के खिलाफ युद्ध के दौरान इजरायली समाज के सभी वर्गों को समान रूप से योगदान देना चाहिए।
- एक दूसरे के रहन-सहन, रीति-रिवाज, जीवन शैली और भाषा को जानना आवश्यक है: गंगा सहाय मीना
- Understanding Each Other’s Lifestyle, Customs, and Language is Essential: Ganga Sahay Meena
- आम आदमी पार्टी ने स्वार विधानसभा में चलाया सदस्यता अभियान
- UP Bye-Elections 2024: नेता प्रतिपक्ष पहुंचे रामपुर, उपचुनाव को लेकर सरकारी मशीनरी पर लगाए गंभीर आरोप
- लोकतंत्र पर मंडराता खतरा: मतदाताओं की जिम्मेदारी और बढ़ती राजनीतिक अपराधीकरण- इरफान जामियावाला(राष्ट्रीय प्रवक्ता, आल इंडिया पसमंदा मुस्लिम महाज़)
- एएमयू संस्थापक सर सैय्यद अहमद खान को भारत रत्न देने की मांग उठी