ईरान ने कहा है कि हिज़बुल्लाह के साथ युद्ध में इज़राइल को हार का सामना करना पड़ेगा।
विदेशी मीडिया के मुताबिक, लेबनान में इज़रायल के बढ़ते हमलों को देखते हुए ईरान ने अपने बयान में कहा कि लेबनान का सशस्त्र संगठन हिज़बुल्लाह अपनी और लेबनान की रक्षा करने में पूरी तरह सक्षम है।
साथ ही ईरान ने ज़ायोनी राज्य को चेतावनी दी कि हिज़्बुल्लाह के साथ युद्ध में इज़राइल को हार का सामना करना पड़ेगा।
संयुक्त राष्ट्र में ईरान के मिशन ने कहा कि खुद को बचाने के लिए क़ब्ज़े वाली इज़रायली सरकार का कोई भी गलत निर्णय इस क्षेत्र को एक नए युद्ध में धकेल सकता है, जिसके परिणामस्वरूप लेबनान के बुनियादी ढांचे और 1948 में अस्तित्व में आए नाजायज़ इज़रायल का विनाश होगा। परिणामस्वरूप राज्य का विनाश होगा।
ये भी पढ़ें:
- पत्रकारों पर जासूसी करने के आरोप में आयरिश पुलिस पर भारी जुर्माना लगाया गया
- उत्तरी नाइजीरिया में नाव पलटने से कम से कम 27 लोगों की मौत, 100 लापता
- मलेशिया में भारी बारिश; 90 हजार से ज्यादा परिवार प्रभावित
गौरतलब है कि इसी हफ्ते लेबनानी संगठन हिज़बुल्लाह ने इज़राइल के महत्वपूर्ण संवेदनशील ठिकानों का एक ड्रोन वीडियो जारी किया था, जिसके बाद इज़राइली विदेश मंत्री ने हिज़बुल्लाह को पूर्ण पैमाने पर युद्ध की धमकी देते हुए कहा था कि हम उस क्षण के बहुत करीब हैं जब हिज़्बुल्लाह और लेबनान खेल को बदलने का फैसला कर देंगे और युद्ध का नतीजा हिजबुल्लाह का विनाश और लेबनान को गंभीर चोट पहुंचेगी।
इज़रायली विदेश मंत्री की धमकी पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए हिज़्बुल्लाह महासचिव हसन नसरल्लाह ने कहा कि अगर इज़रायल लेबनान पर हमला करता है, तो हिज़्बुल्लाह खुले युद्ध से जवाब देगा, जिसमें कोई सीमा तय नहीं होगी।
इसके साथ ही हसन नसरल्लाह ने यूरोपीय देश साइप्रस को भी चेतावनी दी कि अगर उसने इज़रायल के लिए अड्डे खोले तो वह भी हिज़बुल्लाह का निशाना होगा।
- Winter Vaccation Anounced In J&K Degree Colleges
- National Urdu Council’s Initiative Connects Writers and Readers at Pune Book Festival
- पुणे बुक फेस्टिवल में राष्ट्रीय उर्दू परिषद के तहत ”मेरा तख़लीक़ी सफर: मुसन्निफीन से मुलाक़ात’ कार्यक्रम आयोजित
- एएमयू में सर सैयद अहमद खान: द मसीहा की विशेष स्क्रीनिंग आयोजित
- Delhi Riots: दिल्ली की अदालत ने 4 साल बाद उमर खालिद को 7 दिन की अंतरिम जमानत दी
- पत्रकारों पर जासूसी करने के आरोप में आयरिश पुलिस पर भारी जुर्माना लगाया गया