जयपुर: भारतीय कला, संस्कृति और साहित्य को समर्पित संस्था जश्न-ए-अदब ने जयपुर के जवाहर कला केंद्र में दो दिवसीय ‘कल्चरल कारवां विरासत’ कार्यक्रम का आयोजन किया। इस महोत्सव का आयोजन संस्कृति मंत्रालय, पर्यटन मंत्रालय, और जवाहर कला केंद्र के सहयोग से किया गया। इसमें देश भर के प्रतिष्ठित भारतीय कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
पहला दिन:
कार्यक्रम का उद्घाटन विद्या शाह, पद्मभूषण पं. साजन मिश्रा, पद्मश्री हुसैन ब्रदर्स, डॉ. यश गुलाटी, और साबरी ब्रदर्स की मनोरम प्रस्तुतियों के साथ हुआ। इन कलाकारों ने अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से मंच पर समां बांध दिया।
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दूसरा दिन:
दूसरे दिन की शुरुआत यूसुफ खान ने भपंग वादन से की, जिसके बाद फकीरा खान ने राजस्थानी सूफी गायन प्रस्तुत किया। इसके बाद, अंजुम शर्मा, मनु ऋषि चड्डा, फैसल मलिक, और कुँवर रंजीत चौहान ने एक विशेष पैनल चर्चा की। दास्तानगो सैयद साहिल आगा ने अमीर खुसरो पर आधारित ‘दास्तान कारवांने खुसरो’ प्रस्तुत की, जिसने दर्शकों से वाहवाही लूटी। इसके बाद विधा लाल ने कथक नृत्य की प्रस्तुति से महफिल में चार चाँद लगा दिए।
मुशायरा और कवि सम्मेलन:
कार्यक्रम का समापन शानदार कवि सम्मेलन और मुशायरे के साथ हुआ, जिसमें प्रोफेसर वसीम बरेलवी, पद्मश्री सुरेंद्र शर्मा, अश्विनी कुमार चाँद, रमेश शर्मा, और अन्य मशहूर कवियों ने शिरकत की। मुशायरे का संचालन मोईन शादाब ने अपने अनोखे अंदाज में किया।
संस्थापक का वक्तव्य:
जश्न-ए-अदब के संस्थापक, कुँवर रंजीत चौहान ने कहा, “साहित्योत्सव जश्न-ए-अदब कल्चरल कारवां विरासत ने विभिन्न शहरों में सफलता हासिल की है और अधिक से अधिक लोग भारतीय कला, संस्कृति और साहित्य की समृद्ध धारा से जुड़ रहे हैं। हमें इस कार्यक्रम को सांस्कृतिक रूप से समृद्ध शहर जयपुर में लाने की खुशी है।”
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