- हवाई द्वीप स्थित साम्राज्य के प्रमुख और चांसलर ने रामपुर के अंतिम शासक के पौत्र को नाइट ग्रैंड क्रॉस सम्मान से नवाजा
- रूस, यूके, जर्मनी, स्पेन और जापान के शासकों को मिल चुका है यह सम्मान
रामपुर: हवाई द्वीप स्थित कामेहामेहा(Kamehameha) शाही साम्राज्य ने रामपुर(Rampur) के अंतिम शासक नवाब रजा अली खां के पौत्र पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खां उर्फ नवेद मियां को नाइट ग्रैंड क्रॉस(knight grand cross) की उपाधि से अलंकृत किया है। उन्हें यह सम्मान वहां के शाही परिवार के ग्रांड मास्टर प्रिंस डेरिक बेकर और चांसलर जूलियस डी जैक्सन की ओर से प्रदान किया गया है।
क्या है कामेहामेहा सम्मान ?
कामेहामेहा(Kamehameha) राजघराने की ओर से नाइट ग्रैंड क्रॉस उपाधि की शुरुआत 1865 में की गई थी। इस सम्मान को द रॉयल ऑर्डर ऑफ कामेहामेहा के रूप में भी जाना जाता है। अब तक यह सम्मान 40 लोगों को दिया जा चुका है। हवाई अमेरिका का सबसे बड़ा द्वीप है। लोट कपुएवा ने राजा कामेहामेहा के रूप में सिंहासन ग्रहण किए जाने के बाद प्रिवी काउंसिल द्वारा संविधान में अनुच्छेद 35 का उपयोग करके नाइट ग्रैंड क्रॉस की उपाधि की शुरूआत की गई थी।
नवाब काजिम अली खां उर्फ नवेद मियां ने इस सम्मान के लिए राजघराने के प्रमुख प्रिंस डेरिक बेकर और चांसलर जूलियस डी जैक्सन का आभार व्यक्त किया है।
इन हस्तियों को मिल चुका है सम्मान
उन्होंने बताया कि यह सम्मान रूस के सम्राट अलेक्जेंडर, यूनाइटेड किंगडम की रानी विक्टोरिया और सुल्तान अब्दुल हामिद द्वितीय को मिल चुका है। इसके अलावा इस सम्मान से जर्मन सम्राट प्रशिया के राजा विल्हेम प्रथम, ऑस्ट्रिया के सम्राट हंगरी के राजा फ्रांज जोसेफ प्रथम, जापान के सम्राट मीजी, सियाम के राजा चुलालोंगकोर्न, बेल्जियम के राजा लियोपोल्ड द्वितीय, स्पेन के राजा अल्फोंसो, इटली के राजा विक्टर इमैनुएल और पुर्तगाल के राजा लुइस प्रथम को भी सम्मानित किया जा चुका है।
- Winter Vaccation Anounced In J&K Degree Colleges
- National Urdu Council’s Initiative Connects Writers and Readers at Pune Book Festival
- पुणे बुक फेस्टिवल में राष्ट्रीय उर्दू परिषद के तहत ”मेरा तख़लीक़ी सफर: मुसन्निफीन से मुलाक़ात’ कार्यक्रम आयोजित
- एएमयू में सर सैयद अहमद खान: द मसीहा की विशेष स्क्रीनिंग आयोजित
- Delhi Riots: दिल्ली की अदालत ने 4 साल बाद उमर खालिद को 7 दिन की अंतरिम जमानत दी
- पत्रकारों पर जासूसी करने के आरोप में आयरिश पुलिस पर भारी जुर्माना लगाया गया