Globaltoday.in | रईस अहमद | रामपुर
साल 2020 का पहला सूर्य ग्रहण आज, रविवार (21 जून 2020) को सुबह 10:14 बजे से शुरू हुआ और यह दोपहर लगभग 02:43 बजे तक रहा।
इस ग्रहण का मध्य 12:10 के आसपास रहा जिसमें सूर्य एक वलय/फायर रिंग/चूड़ामणि के रूप में नजर आया।
इस ग्रहण केे शुरू होने का आदर्श समय सुबह 09:15 था लेकिन लोग इसे 10:14 AM के बाद ही देख सके।
21 जून यानी आज रविवार को पड़ने वाले ग्रहण का सूतक काल 10:13PM से शुरू हो चुका था।
हिन्दू/सनातन धर्म में आस्था रखने वाले लोग सूतक काल को मानते हैं। इस दौरान पूजा घर और मंदिरों के पट बंद रहते हैं। लोग ग्रहण सूतककाल से पहले ही अपने देवी देवताओं की पूजा करके उनके पट/गेट बंद कर देते हैं।
इसके बाद ग्रहण सूतककाल समाप्त होने पर लोग फिर मंदिर और पूजा घरों को खोलते हैं, मूर्तियों में गंगाजल छिड़कर उन्हें पवित्र करते हैँ और विधिवित पूजा पाठ पहले की तरह शुरू करते हैं।
लेकिन कोरोना महामारी को लेकर पहले ही देश कई हिस्सों में आज भी घरों में बन्द रहा।
ऐसे ही आज पड़ने बाले सूर्य ग्रहण के दौरान रामपुर में भी खासा असर देखने को मिला। लोग अपने घर और धर्मस्थलों में भजन कीर्तन कर ग्रहण के दुष्प्रभावों से मुक्ति को लेकर जगह-जगह भगवान की भक्ति में दिखाई दिए।
ज्योतिषाचार्यों नवीन चन्द्र भट जी ने ग्लोबलटुडे को बताया कि यह सूर्य ग्रहण जो है अब का जो सूर्य ग्रहण पड़ रहा है ये कई सालों के बाद बहुत महत्वपूर्ण ग्रहण है जो हमारे यहाँ महामारी चली हुई है ये कोरोना वायरल जो आया हुआ है संभवतया यह सूर्य ग्रहण के बाद हल्का पड़ जायेगा। कि सालों के बाद यह सुर्य ग्रहण जो है पचासों सालों के बाद जो है पचास से भी ऊपर सालों के बाद आया हुआ है इससे जो है इसमें आराधना पूजापाठ जो करता है उसकी सारी मनोकामनाएं पूर्ण होगी यह सूर्य ग्रहण जो है 10 बजकर 24 मिनट से प्रारंभ है अभी और इसका मोक्ष होगा 2 बजकर के 43 मिनट पर और इसका सूतक जो है 4 घंटे पहले कल रात्रि से शुरु हो गया था। कल रात्रि से इसका सूतक हो गया और 2 बजे इसका मोक्ष हो जायेगा। इसका असर जो है पूरे विश्व पूरे भारत में तो खैर रहेगा इससे जो है यह हमारा वायरस जिससे महामारी चल रही है इससे इसका कुछ निदान जी है बो मिलेगा इस से फर्क पड़ेगा कुछ हल्का पड़ेगा ये। इसमें सावधानी यह कि जो सूतक कॉल में केवल बृद्ध और जो है बाल्य अवस्था के बच्चों को छोड़कर भजन कीर्तन पूजन और संग कीर्तन करें और भोजन ना करें यही आवश्यक है।