Sweden Quran burning: स्वीडन में क़ुरान शरीफ जलाए जाने पर मुसलमानों का एहतजाज, प्रधानमंत्री को मुस्लिम जमात ने दिया ज्ञापन

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बरेली(गुलरेज़ खान): ईद -उल-अजहा के दिन स्वीडन में कूरआन शरीफ के जलाए जाने पर ऑल इंडिया मुस्लिम जमात ने कलेक्टरेट बरेली पर आज एहतजाज किया और मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी की कयादत में जिला अधिकारी के माध्यम से भारत सरकार से कार्यवाही की मांग करते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को ज्ञापन सौंपा।

पीएम को दिये ज्ञापन में कहा गया है कि यूरोपीय देशों में स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम की मस्जिद के बाहर ईद -उल -अजहा के दिन कुरआन शरीफ को जलाएं जाने और बेहूरमती (बेदबी) करने की घटना सामने आई है।

पुलिस की सुरक्षा में इराक़ी नागरीक ने मस्जिद के बाहर कुरआन शरीफ को जलाया और मुक्द्दस किताब की बेहुरमती की है, ये सब कुछ हुकूमत के इशारे पर किया गया है।

इस घिनौने कार्य के खिलाफ दुनिया भर के मुसलमानों के साथ ही भारत के मुसलमानों में भी सख्त बेचैनी और नाराजगी है।

यह वाक्या करोड़ों मुसलमानों को भड़काने और बेज्जती पर कार्यरत है, अरबों मुसलमानों के जज्बात को ठेस पहुंचाने वाली है। ये वाक्या उस वक्त हुकूमत के इशारे पर किया गया जब मुसलमान ईद -उल -अजहा मना रहे थे।

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मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने कहा कि यूरोपी यूनियन मज़हब या अकिदा और नस्ल परस्ती व नफरत फ़ैलाने के खिलाफ दावा करती है। इज़हारे आजादी राए के नाम पर इस तरह का घिनौना खेल मुसलमान बर्दाश्त नहीं करेगा। इस्लाम अम्न व शांति और भाईचारे का सबक देता है, इस्लाम तमाम धर्म के मानने वालों को सम्मान की निगाह से देखता है। इस्लाम में इंतशार, बदमनी, नफरत अंगेज कार्रवाई की कोई गुंजाइश नहीं है।

इस ज्ञापन के माध्यम से भारतीय हुकूमत से मांगा की गई है कि नई दिल्ली में स्थित स्वीडन एम्बेसी के राजदूत को आप तलब करें और तलब करने के बाद भारतीय मुसलमानो की तरफ से सख्त एहतजाज करें।

ज्ञापन देने वालों में मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी, मौलाना पीर मुजाहिद हुसैन, हाजी नाजिम बेग, हाफिज अब्दुल वाहिद, , सय्यद तय्यब चिश्ती, सय्यद शाबान अली, रोमान अंसारी, मोहम्मद युसूफ, अब्दुल हसीब खां, जारिब गद्दी, साहिल रजा कादरी, हाजी फय्याज हुसैन, हाफिज ज़ावेद रजा आदि लोग मौजूद रहे।

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