रामपुर: भोजन की शिकायक को लेकर आश्रम पद्धति विद्यालय के छात्रों ने खुद को किया कैद, जिलाधिकारी के पहुंचने पर खोला ताला

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जनपद रामपुर आश्रम विद्यालय के डेढ़ सौ से अधिक छात्रों ने अचानक ही स्कूल के दरवाजे बंद कर ताले जड़ दिए और सामूहिक रूप से अपने को कैद कर लिया।

छात्र अपने चेहरे पर नकाब लगाकर दो मंजिला विद्यालय की छत पर चढ़ गए और अपने को कमरों में कैद कर लिया। इन छात्रों भोजन को लेकर कुछ शिकायतें थी।

छात्रों के अपने आप को कैद करने की सूचना पर प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। एडीएम प्रशासन से लेकर पुलिस अधिकारी आश्रम पद्धति स्कूल पहुंचे लेकिन छात्रों ने उनकी अपील को नकार दिया। वह लगातार डीएम रामपुर को बुलाने की मांग कर रहे थे।

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भोजन की शिकायक को लेकर आश्रम पद्धति विद्यालय के छात्रों ने खुद को किया कैद

बेहद गर्म मौसम, आग बरसा रहे सूरज की धूप में बच्चों का छतों की दीवार पर बैठे होना किसी भी अनहोनी को दावत दे सकता था।

आश्रम पद्धति के डेढ़ सौ छात्रों ने लगभग 3 से 4 घंटे अपने आप को कैद रखा। इस बीच प्रशासनिक अधिकारियों की सांसे अटकी रही लेकिन डीएम रामपुर के पहुंचने पर छात्र ताला खोलने को राजी हो गए।

जिलाधिकारी रामपुर ने आश्रम पद्धति स्कूल पहुंच कर छात्रों की शिकायतें सुनी और उन्हें शांत कराया।

जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मांदर के मुताबिक,”देखिए राजकीय आश्रम पद्तिथि विद्यालय मैं आया हुआ हूं और यहां के जो बच्चे थे लगभग 1:00 बजे मुझे सूचना मिली थी कि उन्होंने अपना जो हॉस्टल रूम है उसमें ताला लगा लिया था अंदर से और छत पर खड़े होकर जो आश्रम पद्तिथि विद्यालय हैं यहां की टीचर्स के लिए और जो यहां पर मैस में खाना मिलता है उसके संबंध में शिकायत करी हैं जिसके लिए मैंने तत्काल अपनी सिटी मजिस्ट्रेट और एडीएम साहब को यहां जो जिला समाज के नोडल अधिकारी उनको भी यहां भेजा था, उनकी डिमांड थी कि वह मुझसे बात करना चाहते थे तो मंडलीय समीक्षा मुरादाबाद होने के कारण थोड़ा मुझे समय लगा और मैं यहां पर आया हूं सभी वर्ग सभी बच्चों से वार्ता हुई है, पूर्व में भी मैं लगातार इंस्पेक्शन किया था, मैंने और इन बच्चों से भी बात की थी इसलिए उनसे मेरा पहले से भी इंट्रैक्शन है और पिछली बार जो उन्होंने समस्याएं बताई थी टाइमिंग चेंज होने की और सफाई का मैंने इंस्ट्रक्ट यहां पर किया था टाइमिंग भी चेंज हो गया था और टीचर्स को भी मैंने गाइड किया था, एक समस्या उनकी यह है कि कुछ विषयों की टीचर यहां उपलब्ध नहीं है तो उसके लिए हम लोग एक बार शासन विभाग में बात करेंगे कि टीचर्स की उपलब्धियां सुनिश्चित हो और तब तक के लिए यहां पर कोई व्यवस्था डीआईओएस साहब से बात करके यहां पर कराएंगे , दूसरा जो मैस वर्कर हैं उनके व्यवहार को लेकर और जो खाने को लेकर भी उनकी शिकायत आई है तो उसको भी मैं चेक कराऊंगा, फूड की क्वालिटी और इसके लिए एक परमानेंट व्यवस्था हम लोग करेंगे, बीच में जो हमारे जिला समाज कल्याण अधिकारी मुख्य विकास अधिकारी हैं उनके स्तर से हम औचक निरीक्षण करेंगे ताकि व्यवस्था ठीक हो और अगर अभी जो खाने में खराब है जो ठेकेदार यहां काम कर रहे हैं उसके विरुद्ध कार्यवाही करेंगे।

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