Globaltoday.in
रामपुर से सऊद खान की रिपोर्ट
कल 21 अक्टूबर को रामपुर(Rampur) में उपचुनाव होने वाला है इस उपचुनाव पर पूरे देश की नजरें हैं। 11 विधानसभाओं के लिए ये उपचुनाव हो रहे है लेकिन इन सब में अहम चुनाव रामपुर का है। इस विधानसभा पर हर राजनीतिक पार्टी अपना परचम लहराने की जुगत में लगी हुई है।
आपको बता दें नगर 37 विधानसभा नगर क्षत्र में कुल वोटर 387919 हैं, इसमें पुरुष वोटर 210943 और महिला वोटर 176951 हैं। नगर विधानसभा में 428 पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं और 163 पोलिंग सेंटर है। यहां 7 कैंडिडेट चुनाव के मैदान में है सपा, बसपा, भाजपा और कांग्रेस, इन सभी पार्टियों ने अपने प्रतियाशी उपचुनाव में उतारे हैं।
सपा से आज़म खान(Azam Khan) की पत्नी तंज़ीन फ़ातमा हैं, कांग्रेस से प्रतियाशी अरशद अली गुड्डू ,भाजपा प्रतियाशी भारत भूषण गुप्ता हैं और बसपा से ज़ुबैर मसूद खान हैं।
नगर विधानसभा सीट पर ज्यादातर सपा के कद्दावर नेता और मौजूदा सांसद आजम खान का कबजा रहा है। अब इस कब्जे और आजम खान के किले में सेंध लगाने के लिए हर राजनीतिक पार्टी जुगत में लगी हुई है। आपको बता दें इस बार आजम खान की पत्नी तंजीम फातमा चुनाव के मैदान में हैं तो वहीं दूसरी ओर भाजपा से भारत भूषण गुप्ता हैं। लेकिन यहां कांटे की टक्कर भाजपा और सपा में ही रहेगी।
इस बार सपा की भाजपा से टक्कर इस लिये है क्यूंकि इस बार मुस्लिम वोटर भाजपा में बहुत शामिल हुआ है। इस बार कहीं ना कहीं मुस्लिम समुदाय का वोट भी भाजपा में काफी जाता नजर आ रहा है। इस बार मुस्लिम समुदाय के काफी लोगों ने भाजपा ज्वाइन भी की है, तो इस बार कहा जाए आजम खान को जीतने के लिए काफी मेहनत करना पड़ेगी।
आपको बता दें आजम खान की पत्नी तंजीम फातमा राज्यसभा सांसद हैं और वे अब रामपुर उपचुनाव में विधानसभा की प्रत्याशी हैं। यह सीट आजम खान के सांसद बनने के बाद खाली हुई थी। नगर विधानसभा में लगभग 54 परसेंट मुस्लिम वोटर हैं। उसके बाद 46 परसेंट में और जातियों के वोट हैं। हर प्रतियाशी के अपने अपने दावे और वायदे हैं।
सपा से तंज़ीन फातिमा उपचुनाव के मैदान में उतरी हैं तो उनको उनके पति आज़म खान और पूरी समाजवादी पार्टी जिताने मैं लगी है क्योंकि यह सीट आजम खान के लिए बहुत अहम है। अब तक आजम खान 37 नगर विधानसभा से 9 बार विधायक रहे हैं। लेकिन इस बार आजम खान को अपना किला बचाने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ रही है और मेहनत भी ऐसी के मंच से कई बार आंसुओं से रोये भी और रो-रो कर जनता से वोट मांगे। बरहाल यह तो 24 तारीख को ही पता चलेगा कि उनके आंसुओं का जनता पर कितना असर हुआ।
वहीं दूसरी ओर उनके मुकाबले में भाजपा प्रत्याशी भारत भूषण गुप्ता है, जिनको जिताने के लिए पूरी भारतीय जनता पार्टी के मंत्रियों का जमावड़ा रामपुर में रहा। कई मंत्री पिछले 1 हफ्ते से रामपुर में डटे हुए थे।
अपने प्रत्याशी को जिताने के लिए और चाहे राज्य मंत्रियों या कैबिनेट मंत्री कई मंत्रियों ने रामपुर में नुक्कड़ सभाएं, जनसभाएं कीं और जनता के बीच जाकर काफी वायदे भी किए। मुस्लिम समुदाय की बस्तियों में भी काफी जनसभाएं कीं। इस बार भाजपा को मुस्लिमों का प्यार बहुत मिल रहा है और काफी मुस्लिम भाजपा में शामिल भी हुए हैं।
कांग्रेस के प्रत्याशी अरशद अली खान गुड्डू हैं, वह भी जनता के बीच जा रहे हैं और जनता से जीतने के बाद कई काम करने के लोगों को सपने दिखा रहे हैं। उनका पहला सपना जो जनता को दिखाया है उन्होंने बेरोजगारी का दिखाया है कि जीतने के बाद मैं रामपुर की बेरोजगारी दूर करूंगा। अब जीतने के बाद कितनी बेरोजगारी दूर करते हैं यह जनता तय करेगी। इस के लिए पहले उन्हें जीतना होगा उसके बाद ही कुछ कर पाएंगे।
वहीं चौथे प्रत्याशी जुबेर मसूद खान वह भी जनता के बीच जाकर काफी वायदे कर रहे हैं और वायदों को साथ-साथ वह अपनी तालीम का भी हवाला दे रहे हैं। हवाला यह क्या आपको पढ़ा लिखा एक प्रतिनिधि मिलेगा और अब तक जो किसी प्रत्याशी ने नहीं किया है वह मैं रामपुर की जनता के लिए करूंगा क्योंकि उनका कहना है कि वह इसी रामपुर की धरती के लाल हैं।
बरहाल चुनाव में वायदे और दावे तो प्रत्याशी करते ही रहते हैं लेकिन जीतने के बाद कितना उनको निभा पाते हैं यह अभी कहना मुश्किल है। अब कल को रामपुर में मतदान होगा जिसमें 7 प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम मशीन में कैद हो जाएगी। उसके बाद 24 अक्टूबर को मतगणना होगी तब पता चलेगा कि रामपुर की जनता ने किस के सर पर जीत का ताज पहनाया।