रतलाम में एक बार फिर अस्पताल प्रशासन ने की लापरवाही, बाल चिकित्सालय में नहीं मिला बच्चे के शव को ले जाने के लिये वाहन
ग्लोबलटुडे न्यूज़ डेस्क /रतलाम: रतलाम में एक बार फिर शव को लेकर अपमान का मामला सामने आया है। शासकीय बाल चिकित्सालय में एक बच्चे की मौत के बाद उसे पोस्टमॉर्टम के लिए परिजनों के साथ बाइक पर ही भेज दिया, अस्पताल के स्टाफ ने बच्चे का शव ले जाने के लिये वाहन मंगाने की ज़हमत तक नहीं उठायी।
मामला रतलाम के शासकीय बाल चिकित्सल्य का है। यहाँ लक्ष्मण पुरला निवासी लोग 1 बच्चे को लेकर अस्पताल आये और बताया कि बच्चा पानी के होज़ में डूब गया था। अस्पताल के डॉक्टरों ने इलाज किया, लेकिन थोड़ी देर में ही बच्चे को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद डॉक्टर ने बच्चे के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए बाइक पर ही जिला अस्पताल भेज दिया, लेकिन अस्पताल प्रशासन या पुलिसकर्मी ने शव वाहन नही बुलवाया। परिजन ही बच्चे को बाइक पर लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। बतादें कि यह पहला मामला नही है जब शव के लिए शव वाहन को नही बुलवाया जाता है, यहाँ बार-बार इस तरह की तस्वीर सामने आती है। लेकिन प्रशासन शवों को लेकर इसी तरह सवेंदनहिन है।
इतिहास या वर्तमान?
मृत बच्चे का नाम धैर्य है और इसकी उम्र 3 वर्ष बताई गई है बच्चे के परिजनों का कहना है कि उनका पास ही में नया घर का निर्माण हुआ था, जिसका 3 दिन बाद ग्रह प्रवेश भी होना था। बच्चा खेलते खेलते नए मकान में बने पानी के होज़ के पास पहोंच गया और डूब गया। जब बच्चा घर में नहीं दिखाई दिया तो सब उसको ढूंढ़ने में जुट गए। तलाशने पर बच्चा होज़ में दिखायी दिया। पानी के होज़ का ढक्कन खुला रहने के कारण बच्चा होज़ में गिर गया।