Globaltoday.in|अरशद अहमद|अलीगढ़
नागरिकता संशोधन बिल(CAA) के खिलाफ अब दिल्ली के शाहीन बाग़(Shaheen Bagh) की तर्ज़ पर देश भर में हर तरफ महिलायें लामबंद हो रही हैं और प्रदर्शन कर रही हैं। यहां तक कि इन प्रदर्शन स्थलों का नाम भी शाहीन बाग़ दिया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश(UP) के अलीगढ़(Aligarh) में भी एक बार फ़िर बीच सड़क पर महिलाओं का हुजूम उमड़ पड़ा। सीएए,एनआरसी के विरोध में उतरी इन महिलाओं की संख्या को देखकर एक बार फिर पुलिस(Police) के होश उड़ गए।
इस दौरान मौके पर पहुँचे पुलिस के आला अधिकारियों ने विरोध प्रदर्शन करने को लेकर ज़िद पर अड़ी महिलाओं को समझा भुझाकर वापस भेज दिया। साथ ही पुलिस ने उन्हें समझाया कि वह परमिशन लेकर अपना विरोध प्रदर्शन कर सकती हैं। लेकिन बिना प्रशासन को सूचना दिए किसी भी प्रकार का विरोध प्रदर्शन नहीं होने दिया जाएगा।
अलीगढ में देहली गेट थाना क्षेत्र के शाह जमाल इलाके में प्रदर्शन के लिए आयी लगभग ये सभी महिलाएं अपने साथ रजाई और गद्दे भी लेकर आई थीं। पुलिस ने इस दौरान एक व्यक्ति को शांतिभंग करने के आरोप में हिरासत में ले लिया लेकिन बाद में उसको बेल बांड पर रिहा कर दिया गया।
मामले की जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि सीएए एनआरसी को लेकर 100 से 150 की संख्या में महिलाएं विरोध प्रदर्शन करना चाह रही थीं। इस दौरान उनको समझाया गया कि बिना परमिशन के धरना प्रदर्शन नहीं किया जा सकता है।
परमिशन लेने के बाद ही आप कोई धरना प्रदर्शन कर सकते हैं। इस दौरान एक व्यक्ति जो वहां पर मौजूद महिलाओं को भड़काने का काम कर रहा था उसको 151 के तहत हिरासत में किया गया था। जिसको बाद में जमानत पर छोड़ दिया गया। साथ महिलाओं की इस भीड़ में कुछ लड़कियां जामिया व एएमयू की भी सामने आई हैं जो महिलाओं को उकसाने का काम कर रही थी। इस मामले में भी इंटेलिजेंस से रिपोर्ट मांगी गई है। साथ ही हम इसमें आगे की कार्यवाही भी कर रहे हैं।
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