आज़म खान और पूर्व सीओ सिटी आले हसन पर मुकद्दमा दर्ज, बताया गया भू-माफिया

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Jauhar University,Rampur
जौहर यूनिवर्सिटी में सार्वजनिक भूमि से बदलने का आदेश निरस्त,आम जनता के लिए खुलेगा रास्ता

आजम खान पर किसानों की भूमि पर जबरदस्ती कब्जा करने का आरोप है किसानों की शिकायत पर जांच उपरांत आई रिपोर्ट के बाद राजस्व निरीक्षक मनोज कुमार ने यह मुकदमा दर्ज कराया है। रामपुर के थाना अजीम नगर में धारा 342, 447, 506 और 384 में मुकदमा दर्ज किया गया है।

12 जुलाई,2019 /ग्लोबलटुडे
रामपुर/सऊद खान: उत्तर प्रदेश के जिला रामपुर में सपा नेता आजम खान पर प्रशासन का शिकंजा कसता ही जा रहा है। अभी कुछ दिन पहले ही उनके समधी का होटल प्रशासन ने सील किया था और अब आज़म खान और यहां के पूर्व सीओ सिटी आले हसन खां पर किसानों की जमीन पर जबरन कब्जा करने का आरोप है, जिसके लिए राजस्व निरीक्षक द्वारा आजम खान और आले हसन खां पर एक मुक़दमा दर्ज कराया गया है।
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इस संबंध में जिलाधिकारी आंजनेय कुमार सिंह ने ग्लोबलटुडे को बताया कि सींघनखेड़ा में आलिया गंज है, वहां के करीब 26 किसान उनके पास आए थे और इसके पहले भी वह शिकायत दे चुके हैं।

जिस ज़मीन पर क़ब्ज़ा बताया गया है वो यूनिवर्सिटी कैंपस के अंदर है-फोटो ग्लोबलटुडे
जिस ज़मीन पर क़ब्ज़ा बताया गया है वो यूनिवर्सिटी कैंपस के अंदर है-फोटो ग्लोबलटुडे

इलेक्शन के दौरान भी शिकायत की थी उन्होंने, उसको जांच में दिया गया था जिसके बाद उन्होंने कुछ दिनों पहले दोबारा आकर मुझे याद दिलाया कि जो उन्होंने शिकायत दी थी उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है, जिसको एसडीम को सौंपकर अग्रिम कार्रवाई के लिए प्रेषित किया गया। क्योंकि इससे पहले किसानों ने गाटा संख्या नहीं दी थी, जिसके चलते जांच में दिक्कत हो रही थी। इस बार उन्होंने गाटा संख्या के साथ शिकायत दी है जिसे खतौनी से चेक कराया गया और यह पाया गया कि यह जमीन उन्हीं के नाम है और उस जमीन की लोकेशन जौहर यूनिवर्सिटी के अंदर है और जौहर यूनिवर्सिटी में चारों तरफ वॉल बनाकर उस जमीन को अंदर कर लिया गया।
आंजनेय कुमार सिंह,जिलाधिकारी रामपुर-फोटो ग्लोबलटुडे
आंजनेय कुमार सिंह,जिलाधिकारी रामपुर-फोटो ग्लोबलटुडे

उन्होंने बताया कि किसानों का कहना है कि ना वह अपनी जमीन पर जा सकते हैं और ना ही खेती कर सकते हैं। उनकी शिकायत में यह भी था की जो आले हसन हैं जो पूर्व में सीओ रह चुके हैं, सीओ रहते उन्होंने किसानों पर काफी अत्याचार किए। बहुत से लोगों को गांजा लगाकर फर्जी तरह से बंद किया और अभी भी जबकि हो रिटायर हो चुके हैं उनके द्वारा किसानों को निरंतर धमकाया जा रहा है कि अपनी जमीन बेच दो। किसान वैसे भी अपनी जमीन पर नहीं जा पाते हैं ना खेती कर पाते हैं, तो जाहिर सी बात है किसानों की जमीन यूनिवर्सिटी के कब्जे में है जो जांच के उपरांत किसानों की यह बात सही निकली और इसीलिए भू माफिया के अंतर्गत क्योंकि उस यूनिवर्सिटी के चांसलर आजम खान साहब है और आले हसन के खिलाफ लोगों का आरोप था और इन दोनों के खिलाफ लोगों ने एफिडेविट पर आरोप लगाया गया है। इसलिए प्रशासन की तरफ से उनके खिलाफ भूमाफिया में मुकदमा दर्ज कराया गया है।