सामाजिक कार्यकर्ता श्री उबैद उर रहमान ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कुलपति को सर सैयद के एक अदालती फैसले की प्रति भैंट की

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ग्लोबलटुडे, 07 अक्तूबर-2019
अलीगढ से से तरन्नुम अतहर की रिपोर्ट

अलीगढ़ : उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के लेखक और सामाजिक कार्यकर्ता श्री उबैद उर रहमान सिद्दीकी ने सोमवार, 06 अक्तूबर को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय(AMU) के कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर से भैंट कर उन्हें सर सैयद(Sir Syed) के एक अदालती फैसले की प्रति भैंट की जो उन्होंने गाजीपुर में सब जज के तौर पर जमील को रहन रखने से सम्बन्धित एक मुकद्दमें पर अपना निर्णय दिया था।

सर सैयद अहमद खां(Sir Syed Ahmed Khan) 1862 से 1864 तक गाजीपुर में सब जज के पद पर कार्यरत थे। साथ ही उन्होंने गाजीपुर में एक स्कूल और साइंटिफिक सोसाइटी की भी स्थापना की थी।

श्री उबैद उर्रहमान सिद्दीकी ने सर सैयद के अदालती फैसले के साथ ही अपनी दो पुस्तकें भी कुलपति को भैंट कीं जिस पर कुलपति ने सर सैयद के हाथ के लिखे हुए अदालती फैसले को सर सैयद अकादमी में सुरक्षित रखने को कहा है, जबकि दोनों पुस्तकों को मौलाना आजाद लाइब्रेरी के लिये भेज दिया।

इस अवसर पर जनसंपर्क कार्यालय के मैम्बर इंचार्ज प्रोफेसर शाफे किदवई, एसोसिएट मेम्बर इंचार्ज डा. राहत अबरार और पीआरओ उमर एस पीरजादा भी मौजूद थे। श्री उबैद उर्रहमान सिद्दीकी ने इस से पूर्व सर सैयद की दो सौ वीं जन्मशती पर ‘‘सर सैयद और गाजीपुर’’ नामक पुस्तक भी लिखी थी।