ग्लोबलटुडे/रामपुर[सऊद खान]: रामपुर की शाहबाद तहसील के सैफनी गांव में गुरुवार (25 अप्रैल) को अंबेडकर जयंती के उपलक्ष में एक जनसभा का आयोजन किया गया था, जिसमें महागठबंधन प्रत्याशी आजम खान को बतौर मुख्य अतिथि बुलाया गया था। यहाँ पहुंचे आज़म खान ने जनसभा को सम्बोधित किया था जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
अब प्रशासन ने आज़म खान सहित तीन अन्य लोगों के ऊपर डीएम के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पड़ी करने के आरोप में मुक़दमा दर्ज किया है।
जिला रामपुर की तहसील शाहबाद में कोतवाली क्षेत्र के सैफनी में अम्बेडकर शोभायात्रा में शामिल हुए महागठबंधन प्रत्याशी मोहम्मद आजम खां, बसपा नेता राधेश्याम राही सहित तीन लोगों के खिलाफ डीएम पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में रिपोर्ट दर्ज की गई है। प्रशासन ने माना है कि ये आचार संहिता का उल्लंघन है।
आजम खान ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि दो लाख वोट डीएम एसपी ने हमारा लूट लिया। उन्होंने जिला प्रशासन को दो लाख वोटों का मुजरिम क़रार दिया था।
बयान का वीडियो देखें-
वहीं जिला प्रशासन पर लोगों पर डंडे बरसाने जिला प्रशासन और पुलिस द्वारा महिलाओं को मारने का आरोप भी आज़म खान ने लगाया था। उन्होंने जनसभा सम्बोधित करते हुए कहा था कि डीएम,एसपी ने अपने हाथ से मारा इसकी निंदा करते हैं और जनता को संकल्प दिलाते हुए कहा था कि लोकतंत्र और चुनाव तंत्र को जिन्होंने बर्बाद किया है आने वाले कल उनको सजा दिलाओगे।
ग्लोबलटुडे को क्षेत्राधिकारी सलोनी अग्रवाल ने बताया शाहबाद थाना क्षेत्र अंतर्गत डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती के उपलक्ष में एक जुलूस की परमिशन ली गई थी, जुलूस निकाला गया। उसके उपरांत एक जनसभा का आयोजन किया गया जिसमें रामपुर के लोकसभा प्रत्याशी आजम खान भाग लिया गया उनके द्वारा अपने भाषण में जिस तरह का वक्तव्य प्रयोग किया गया उसमें आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन पाया गया जिसके आधार पर यह मुकदमा कायम किया गया है। इसके अंतर्गत 3 लोग हैं आजम खान, आयोजक जयप्रकाश सागर और वक्ता राधेश्याम राही इस मामले में पुलिस द्वारा अग्रिम विधिक कार्रवाई की जाएगी।
वायरल वीडियो में आजम खान ने अपने भाषण के दौरान करगिल की पहाड़ियों का जिक्र भी किया था। उन्होंने कहा था कारगिल की पहाड़ियों पर दूसरी तरफ इस्लामिक मुल्क का दुश्मन था इधर हिंदुस्तानी फौजी थे।
पाकिस्तानी फौजियों को बाहर निकालने के लिए मुसलमान फौजियों ने हिंदू फौजियों ने भारत माता की जय का नारा नहीं लगाया क्योंकि वह नारा दिल का नारा है बल्कि उन्होंने नारा लगाया नारा-ए-तकबीर- अल्लाहु अकबर और इस नारे पर पाकिस्तान के फौजी ये समझे के उनकी फौजी हुकूमत आ गई और वह बाहर निकल आए और इन फौजियों ने अपने दुश्मन को मार दिया।
साथियों अजीजो जब लड़ाई होती है मैदान में 2 फौजें आमने सामने आती हैं तो ना धर्म देखा जाता है ना जाति देखी जाती है और ना रिश्ते ना वास्ते देखे जाते हैं । हमने सब ने मिलकर एक लड़ाई लड़ी है और लगता है यह है कि हम उस लड़ाई को जीतेंगे।
गौरतलब है कि ज़िले में मोहम्मद आज़म खान के खिलाफ आचार संहिता के उलंघन को लेकर अभी तक सबसे ज़्यादा मुक़दमे दर्ज हुए हैं। उनके खिलाफ अभी तक 14 मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं।