Globaltoday.in | रईस अहमद | रामपुर
उत्तर प्रदेश के जनपद रामपुर के जिला कारागार में सजा काट रहे बंदियों ने भी हाईस्कूल परीक्षा में अपना जौहर दिखाया है।
सज़ा काट रहे तीन बंदियों ने हाई स्कूल की परीक्षा के फॉर्म भरे थे जिनका केंद्र केंद्रीय कारागार बरेली था। तीनों फर्स्ट क्लास पास हुए हैं। एक दहेज हत्या और दो मर्डर में मुलजिम हैं। इनमे से एक को आजीवन कारावास है यह सब लोग फर्स्ट क्लास पास हुए हैं।
कारागार में उन्हें बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा अध्यापक उपलब्ध कराए गए हैं, जो सज़ा काट रहे पढ़ने के इच्छुक लोगों को पढ़ाते हैं। इनमें हर उम्र के बंदी होते हैं। परीक्षा के बाद बंदी परीक्षार्थियों को रिजल्ट का इंतजार रहता है।
जिला कारागार में जेल अधीक्षक पीडी सलोनीया द्वारा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुए परीक्षार्थियों को रिजल्ट देकर प्रोत्साहित किया गया।
जेल अधीक्षक पीडी सलोनिया ने ग्लोबलटुडे को बताया,” परीक्षार्थियों की आगे पढ़ने की मंशा है, अगर यह आगे भी जेल में रहे और जमानत नहीं हो पाई तो इंटरमीडिएट की परीक्षा भी देने के लिए यहीं तैयारी करेंगे।
इस संबंध में जेल अधीक्षक पी.डी सलोनीयां ने बताया,”तीन बंदियों ने हाई स्कूल के फॉर्म भरे थे, जिनका केंद्र केंद्रीय कारागार बरेली था। तीनों फर्स्ट क्लास पास हुए हैं। एक दहेज हत्या और दो मर्डर में मुलजिम हैं… एक को आजीवन कारावास है यह सब लोग फर्स्ट क्लास पास हुए हैं।
जेल अधीक्षक ने बताया कि बेसिक शिक्षा विभाग से उन्हें अशोक कुमार टीचर मिले हुए हैं जो बंदियों को यहां पढ़ाते थे और उनको पाठक सामग्री सब उप्लब्ध कराते थे। उन्होंने कहा कि शिक्षा की कोई उम्र नहीं होती है। इसके बाद अगर ये लोग 2 साल और जेल में रहे तो इंटर करेंगे और अगर हाईकोर्ट से ज़मानत हो जाती है तो बाहर जाएंगे, नहीं तो जेल में रहकर ही इंटर करेंगे।
- एक दूसरे के रहन-सहन, रीति-रिवाज, जीवन शैली और भाषा को जानना आवश्यक है: गंगा सहाय मीना
- Understanding Each Other’s Lifestyle, Customs, and Language is Essential: Ganga Sahay Meena
- आम आदमी पार्टी ने स्वार विधानसभा में चलाया सदस्यता अभियान
- UP Bye-Elections 2024: नेता प्रतिपक्ष पहुंचे रामपुर, उपचुनाव को लेकर सरकारी मशीनरी पर लगाए गंभीर आरोप
- लोकतंत्र पर मंडराता खतरा: मतदाताओं की जिम्मेदारी और बढ़ती राजनीतिक अपराधीकरण- इरफान जामियावाला(राष्ट्रीय प्रवक्ता, आल इंडिया पसमंदा मुस्लिम महाज़)