उत्तर प्रदेश/सम्भल (मुजम्मिल दानिश): सम्भल में 50 लाख रुपए से ज्यादा की एलोपैथिक नकली दवाओं का बड़ा भंडार पकडा गया है। ड्रग टीम का अनुमान एक करोड़ रुपए तक की दवाईयों का है।
ड्रग्स टीम 24 घंटे से लगातार जांच पड़ताल में दवाईयों के नमूने लेने की कार्यवाही करती रही।
उत्तर प्रदेश के जनपद संभल में सदर कोतवाली इलाके में नकली दवाओं का बड़ा भंडार ड्रग्स विभाग और पुलिस के सहयोग से पकड़ा। मौजूदा टीम ने 24 घंटे से लगातार दवाईयों की जाँच का सिलसिला चलता रहा।
ड्रग टीम का अनुमान एक करोड़ रुपए की लागत की दवाओं का माना जा रहा है।
दरअसल आपको हम बता दें कि जनपद संभल की एकता विहार कॉलोनी में आयुर्वेदिक दवाओं की फार्म पर छापेमारी की मशीनों में एलोपैथिक दवाएं पैकिंग होती मिलीं।
ड्रग विभाग के कमिश्नर दीपक शर्मा के नेतृत्व में 6 जनपद की निरीक्षक टीम जांच करने आई टीम ने एक बड़े गोदाम में रखी दवाओं को देखकर टीम ने नमूने की कार्रवाई शुरू की, जिसमें देर रात तक कार्यवाही में 100 से ज्यादा प्रकार की नकली एलोपैथिक दवाएं बरामद हुईं।
दवाईयों की पैकिंग नामचीन कंपनी को रेफर की जा रही थी। नामचीन कंपनी के रेफर के साथ बरामद दवाओं में जीवन रक्षक दवाएं इंजेक्शन, गर्भवती महिलाओं के लिए इस्तेमाल होने वाली दवाई और बच्चों की दवाई भी शामिल हैं। मौक़े से बड़ी मात्रा में पैकिंग मैटेरियल मिला है।
दीपक शर्मा कमिश्नर ड्रेस मुरादाबाद मंडल के साथ अमरोहा,बिजनौर, एटा, लखनऊ, रामपुर और संभल की टीम मौक़े पर मौजूद रहीं जिसके 10 डिस्ट्रिक्ट अधिकारी साथ में लगकर जांच पड़ताल कर रही थीं।
इस मौके पर मुरादाबाद मंडल कमिश्नर ड्रग्स दीपक शर्मा ने जानकारी दी कि लखनऊ से इसका आदेश आया था जिसके बाद 6 डिस्ट्रिक्ट की ड्रग्स टीम बनाकर हम लोगों ने यहां पर संभल पहुंचे और लगातार गोदाम में कल दोपहर से नमूने लेकर सील किए जा रहे हैं जो कि यहां सब नकली अवैध तरीके से दवाई बनाई जा रही थीं।
मौक़े से 2 लोगों को हिरासत में लेकर पुलिस को दे दिया गया है। टीम का कहना है कि इसमें तीन लोग और शामिल है जो फरार हैं।