लोकसभा चुनाव 2019 – अपनी लड़ाई किसी ऐरे-गेरे से नहीं है भाई,अपनी लड़ाई तो बादशाह से है-आज़म खान

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आज़म खान का रोड शो
आज़म खान का रोड शो

लोकसभा चुनाव 2019 – अपनी लड़ाई किसी ऐरे-गेरे से नहीं है भाई,अपनी लड़ाई तो बादशाह से है-आज़म खान

ग्लोबलटुडे/रामपुर[सऊद खान]: आज़म खान ने अपना रोड शो अपने बेटे अब्दुल्लाह आज़म के विधानसभा क्षेत्र से शुरू किया। इस रोड शो के दौरान कार्यकर्ताओं का हुजूम आज़म खान के काफिले के साथ नज़र आया। लोगों ने आज़म खान के ऊपर फूल बरसाए।
रोड शो के में आज़म ने लोगों को सम्बोधित करते हुए अपने उसी अंदाज़ में कहा कि सरकार के निशाने पर हम हैं और मोदी जी तो देखो हमारे इतने शुभचिंतक हैं, जब पिछला चुनाव लड़ रहे थे, तो हमारी भैंस गुम हो गई थी तो उन्हें पता चल गया कि आजम खान की भैंस गुम हो गई है, तो सभाओं में कह रहे थे कि भाई आजम खान की भैसे, आजम खाँ की भैसे, अब सोचो मेरी भैंसों की इतनी फिक्र है तो मैं कितना अच्छा हूं।

वही प्रधानमंत्री मोदी पर बोले ,अपनी लड़ाई किसी ऐरे गेरे से नहीं है भाई अपनी लड़ाई तो बादशाह से है, और इंशाल्लाह लड़ाई जीतेंगे सरकार भी बदलेंगे। वहीँ अपने समर्थको के साथ नारा लगते हुए बोले , जो सरकार निकम्मी है वह सरकार बदलनी है।
आज़म खान ने जनता से वोट डालने को कहते हुए कहा सूरज पे बादल आ गए हैं 23 तारीख को तेज हवा चलेगी बादल हट जाएंगे फिर उजाला होगा कोशिश यह करना के बोट सारे डल जाएं मैं तो कहता हूँ जो मेरे मुखालिफ हैं।डटकर मेरी मुखालफत करो नामर्दी की मुखालफत में मजा नहीं आता देखो अपनी राजनीति की शुरुआत किस से की नवाबों से की अकेले कि कांग्रेस की सरकार थी, और नवाब थे किसी ने हमें डरते हुए देखा कभी सुना इसी लिए इतना लंबा सफर सियासत का चला, इन छोटे बच्चों की तरह थे। जिनकी दाढ़ी मूछें भी नहीं निकली थी। जब मैंने पहली बार जहां पर चुनाव लड़ा था। आज देखो हम कितने बड़े हैं। और हम किससे नवाब को हरवा कर तुम्हारे बीच ले आए।
जांचें मुकदमें हमारे सारे हथियारों के लाइसेंस खारिज कर दिए, क्योंकि हमें मारना चाहते हैं। भरवाना चाहते हैं मगर सुना तुमने हेलीकॉप्टर कितना ऊंचा था। मेरा पिछले चुनाव में पर टूट के निकल गया मैं फिर भी जिंदा वापस आ गया, जाको राखे साइयां मार सके ना कोई हेलीकॉप्टर के बारे में अगर बाल बराबर भी खराबी हो जाए तो वही आग लग जाएगी, मेरे हेलीकॉप्टर का पर टूट कर निकल गया मैं फिर भी नीचे आ गया जिंदा. मगर यह कलेक्टर तो नहीं जानता ना और तीन जालिम अफसर साथ में आए हैं, जो दंगा कराना चाहते हैं खून में नहाना चाहते हैं। रामपुर को आते ही रामपुर का माहौल इन्होंने ऐसा बनाया की टकराव हो जाए हम नहीं होने देंगे टकराव हमने 4 बार सरकार भी चलाई है। और हम कोई कमजोर मंत्री नहीं थे बहुत ताकत वाले थे मंत्री थे।
जो नया कलेक्टर साहब आए हैं। उन्होंने एक गेट गिरा दिया जो बहुत पैसों का था मेरे पैसों का नहीं था सरकार के पैसों का था क्योंकि उसका नाम उर्दू दरवाजा था। कौन नहीं जानते आपमें से पापियों की सरकार है बड़ी गद्दियों पर वो लोग बैठे हैं जो हत्यारे हैं 302 के मुकद्दमे चल रहे हैं जिनपर वो संवैधानिक कुर्सियों पर बैठे हैं।
आजम खान रामपुर के चार अफसरों का जिक्र करते हुए कहा रामपुर को बर्बाद करने के लिए चार अफसर आए हैं यह चारों अफसर ऐसे हैं जिन्होंने जहां रहे वहां मुसलमानों पर दलितों पर पिछड़ों पर तेजाब डाला है वही अपने स्कूल का जिक्र करते हुए कहा छोटे बच्चों का स्कूल है मेरा चार पांच साल के बच्चों का वह एक अफसर ने बच्चों के कान पकड़कर उठा दिया कान पकड़कर टांग लिया जालिमों ने और बच्चों की सिर पर कुर्सियां मेज लदवा दी उसे खाली कराया ऐसे सरकारे चलती है ऐसे अफसर होते हैं ऐसे जालिम इन से बदला कैसे लोगे व्यवस्था बदल कर सरकार बदल कर देखना यह बकरी और मेमना की तरह यही सड़कों पर मिलेंगे टहलते हुए।

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