Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the rank-math domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home3/globazty/public_html/wp-includes/functions.php on line 6114
अमेरिकी मॉडल हलीमा अदन ने इस्लाम की खातिर मॉडलिंग छोड़ दी - globaltoday

अमेरिकी मॉडल हलीमा अदन ने इस्लाम की खातिर मॉडलिंग छोड़ दी

Date:

Globaltoday.in|वेब डेस

बा-हिजाब सुपरमॉडल का ताज हासिल करने वाली 23 वर्षीय सोमाली-अमेरिकी मॉडल हलीमा अदन(Halima Aden) ने इस्लाम मज़हब की खातिर फैशन और मॉडलिंग से अपनी वापसी का एलान करके सभी को हैरान कर दिया है।

हलीमा अदन यूँ तो सोमालिया में पैदा हुईं लेकिन गृह युद्ध के कारण उनको अपना वतन छोड़ना पड़ा और और कुछ वर्षों के लिए अपने पड़ोसी मुल्क केन्या में एक शरणार्थी शिविर में भी रही थीं।

बाद में वह संयुक्त राज्य अमेरिका चली गई, जहां उन्होंने मिनेसोटा की सौंदर्य प्रतियोगिता में हिजाब के साथ शामिल हुई थीं।

उन्होंने ब्यूटी बिकनी प्रतियोगिता में पूरी इस्लामिक ड्रेस पहनकर दुनिया भर में शार्ट हासिल की और बाद में हिजाब से ही अपने मॉडलिंग करियर की शुरुआत भी की।

हलीमा हिजाब के साथ मॉडलिंग करने वाली दुनिया की सबसे मशहूर मॉडल में से एक हैं। अप्रैल 2019 में, लोकप्रिय फैशन पत्रिका वोग की अरबी भाषा में उन्हें दो अन्य हिजाब मॉडलों के साथ कवर पेज पर जगह दी थी।

حلیمہ آدن دیگر دو سیاہ فام باحجاب ماڈلز کے ساتھ اپریل 2019 میں ووگ عربیہ کے سرورق کی زینت بنی تھیں—فوٹو: ووگ عربیہ
Photo-Vogue Arabia

फैशन और मॉडलिंग के सेमी-न्यूड दुनिया में कुछ साल बिताने के बाद दो दिन पहले ही हलीमा अदन ने चमक-दमक की झूठी दुनिया को अलविदा कह दिया और इस्लाम के अनुसार ज़िंदगी गुज़ारने का एलान कर दिया।

ब्रिटिश अखबार द गार्जियन के अनुसार, दुनिया भर के मॉडल फैशन और मॉडलिंग की दुनिया को छोड़ने और इस्लाम की शिक्षाओं के मुताबिक़ जीने के हलीमा अदन के एलान से वे हैरान हैं।

हालांकि, कई मॉडलों, फैशन और शोबिज़ हस्तियों ने हलीमा अदन के मॉडलिंग छोड़ने के फैसले का समर्थन किया, और इसे उनकी अपनी पसंद बताया।

Share post:

Visual Stories

Popular

More like this
Related

एक दूसरे के रहन-सहन, रीति-रिवाज, जीवन शैली और भाषा को जानना आवश्यक है: गंगा सहाय मीना

राष्ट्रीय उर्दू भाषा विकास परिषद मुख्यालय में 'जनजातीय भाषाएं...

Understanding Each Other’s Lifestyle, Customs, and Language is Essential: Ganga Sahay Meena

Lecture on ‘Tribal Languages and Tribal Lifestyles’ at the...

आम आदमी पार्टी ने स्वार विधानसभा में चलाया सदस्यता अभियान

रामपुर, 20 नवंबर 2024: आज आम आदमी पार्टी(AAP) ने...
Open chat
आप भी हमें अपने आर्टिकल या ख़बरें भेज सकते हैं। अगर आप globaltoday.in पर विज्ञापन देना चाहते हैं तो हमसे सम्पर्क करें.