देश की सबसे बड़ी पंचायत में 142 से अधिक सांसदों को अलोकतांत्रिक तरीके से एक षड्यंत्र के तहत निलंबित कर लोकतंत्र की हत्या करने का प्रयास भाजपा की केंद्र सरकार ने किया है
उत्तर प्रदेश/बदायूं(सालिम रियाज़): समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व के निर्देशानुसार आज सपा कार्यालय गाँधी नगर,बदायूँ पर सपा जिलाध्यक्ष आशीष यादव के नेतृत्व में संसद से 142 सांसद भाजपा सरकार द्वारा निलंबित करने के विरोध में एक धरने का आयोजन किया गया। धरने में पार्टी के नेता धर्मेन्द्र यादव भी सम्मिलित हुए।
धरने में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए धर्मेन्द्र यादव ने कहा कि देश की सबसे बड़ी पंचायत में 142 से अधिक सांसदों को अलोकतांत्रिक तरीके से एक षड्यंत्र के तहत निलंबित कर लोकतंत्र की हत्या करने का प्रयास भाजपा की केंद्र सरकार ने किया है,जबकि मैसूर के जिस सांसद की सिफारिश पर वे युवक संसद में पहुँचे थे उसपर अभी तक कोई कार्यवाही नही हुई है और न ही सरकार उस पर कोई जवाब देना चाहती है।
संसद में एक सांसद के विरुद्ध अमर्यादित भाषा का उपयोग
उन्होंने आगे कहा कि भाजपा सांसद रमेश विधूड़ी ने संसद में एक सांसद के विरुद्ध अमर्यादित भाषा का उपयोग कर टिप्पणी की थी तो उस पर भाजपा सरकार ने अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की है। समाजवादी पार्टी रमेश विधूड़ी पर निलंबित कर दंडात्मक कार्यवाही की पुरजोर मांग करती है। उन्होंने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता इन भाजपा नेताओं के काले मंसूबों को समझ चुकी है और आने वाले लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश से भाजपा का सूपड़ा साफ करके ही दम लेगी।
जिसकी जितनी भागीदारी,उसकी उतनी हिस्सेदारी
सपा जिलाध्यक्ष आशीष यादव ने कहा कि भाजपा की डबल इंजन की सरकार में बदायूँ में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज़ नही बची है। चोरी,डकैती और अपहरण जैसी जघन्य घटनाएं आम हो गईं हैं। किसान,छात्र,नौजवान,व्यापारी,दलित,अल्पसंख्यक आदि सहित समाज का हर वर्ग भाजपा की जनविरोधी नीतियों व साम्प्रदायिकता की सोच से त्रस्त हो चुकी है। समाजवादी पार्टी जातीय जनगणना की पुरजोर तरीके से माँग करती है जिससे “जिसकी जितनी भागीदारी,उसकी उतनी हिस्सेदारी” को अमली जामा पहनाया जा सके तथा समाज का शोषित,पीड़ित वर्ग को समाज मे बराबरी का दर्जा मिल सके…यही असली समाजवाद की परिभाषा है।
इस मौके पर शेखुपुर से विधायक हिमांशु यादव, जिलामहासचिव सुरेश पाल सिंह चौहान, वरिष्ठ सपा नेता नईमुल हसन उर्फ लड्डन भाई, पीयूष रंजन यादव, साजिद अली, आरिफ फरीदी, अमित मथुरिया, हाजी अजमल,ओमबीर सिंह, अशोक यादव, सतीश यादव, मनोहर सिंह, नत्थूराम कश्यप, संतोष कश्यप, अलका यादव, मधु सक्सेना, खजाना देवी, मोहरसिंह पाल, देवेंद्र यादव, मोहम्मद नजर, जमीर खान, गजेंद्र सिंह, मोरसिंह जाटव, वीरेंद्र जाटव, ऋषिपाल सिंह, राजपाल राजू, भावेश यादव, नरोत्तम सिंह, वैभव उपाध्याय, चरन सिंह, श्यामपाल सिंह, बदन सिंह दिवाकर, सतेंद्र यादव एड0, मुकेश यादव एड0, विमल शर्मा एड0, पानसिंह यादव, फ़िरोज़ खान, खालिद रज़ा, ध्रुव यादव, धनुष पाल, सुभाष गुप्ता, ब्रजमोहन गुप्ता, निखिल यादव, ब्रहमपाल, रूपा यादव, सबीना खान, जमा उल नवी, नूर अफ्शा, गयासुद्दीन, हरिभान सिंह, प्रभात अग्रवाल आदि सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।
- Winter Vaccation Anounced In J&K Degree Colleges
- National Urdu Council’s Initiative Connects Writers and Readers at Pune Book Festival
- पुणे बुक फेस्टिवल में राष्ट्रीय उर्दू परिषद के तहत ”मेरा तख़लीक़ी सफर: मुसन्निफीन से मुलाक़ात’ कार्यक्रम आयोजित
- एएमयू में सर सैयद अहमद खान: द मसीहा की विशेष स्क्रीनिंग आयोजित
- Delhi Riots: दिल्ली की अदालत ने 4 साल बाद उमर खालिद को 7 दिन की अंतरिम जमानत दी
- पत्रकारों पर जासूसी करने के आरोप में आयरिश पुलिस पर भारी जुर्माना लगाया गया