- बदायूं मेडिकल कॉलेज के आईसीयू में भर्ती मरीज के शरीर को चूहे कुतर रहे थे
- इसकी जानकारी तब हुई जब उसके पत्नी ने उसके शरीर पर चूहों के कुतरने के जख्म देखे
- बात जब मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल तक पहुंची तो उन्होंने पूरे मामले की जांच बैठा दी
उत्तर प्रदेश/बदायूं(सालिम रियाज़):.उत्तर प्रदेश के जिला बदायूं के राजकीय मेडिकल कालेज के वेंटीलेटर पर भर्ती बेहोश मरीज के कान,पैर चूहे ने कुतर डाले। चूहों ने मरीज़ के माथे पर भी जख्म किए।
हैरानी की बात यह है कि आईसीयू वार्ड पर तैनात डॉक्टर व कंपाउंडर को इसकी भनक तक नहीं लगी।
चूंकि मरीज कोमा में है इसलिए इसकी जानकारी तब हुई जब पत्नी मरीज को देखने वार्ड में गई तो उसने देखा कि चूहे उसके पति के पैर की अंगुलिया कुतर रहे थे। परिजनों ने इसकी शिकायत अस्पताल प्रशासन से की।
अस्पताल के स्टाफ ने मरीज पर चादर डाल रखी थी। वह चादर,भी खून से लाल हो गई। लेकिन स्टाफ सोता रहा और चूहे वेंटीलेटर पर भर्ती मरीज के अंग कुतर कर जख्म बनाते रहे।
यह मामला परिवार के लिए जितना दर्दनाक है, मेडिकल कालेज के लिए भी उतना ही शर्मनाक है।
इतनी बड़ी घटना के बाद भी प्राचार्य का बयान किसी चुटकुले से कम नहीं है। उनका कहना है कि निर्माण चल रहा है और कुछ मरीजों के तीमारदार खाना खाकर फेंक देते हैं इस वजह से चूहे आ जाते हैं। वेंटिलेटर में लगे ऑक्सिजन पाइप के पास दीवार में छेद था जिससे चूहे आ रहे थे। अब उस छेद को बंद कराया जा रहा है।
इस मामले में बदायूं के पूर्व सांसद धर्मेन्द्र यादव और वरिष्ठ सपा नेता ने कहा कि मेडिकल कॉलेज में हुई यह घटना दुखद है। मेडिकल कॉलेज में भर्ती मरीज के पैर चूहे कतर जाए यह घोर लापरवाही है।
मरीज़ के चोट लगने पर अस्पताल में कराया भर्ती
मरीज रामसेवक गुप्ता को एक सड़क हादसे में सिर पर चोट लगी थी। उन्हें 30 जून को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। रामसेवक गुप्ता कोमा में थे इसलिए उन्हें एसआईसीयू में वेंटिलेटर पर रखा गया। इलाज के दौरान उनके परिजनों ने देखा कि रामसेवक के पैरों को चूहे ने कुतर दिया था। जब मेडिकल स्टाफ से इसकी शिकायत की तो उन्होंने पट्टी कर दी और बात को दबा दिया।
मरीज के भाई रामगुप्ता ने बताया, मेरे भाई के पैरों को चूहों ने कुतर दिया था। लेकिन लापरवाह स्टाफ सोता रहा। मेरे भाई के कान और माथे पर भी कुछ जख्म हैं। कई जगह से खून भी बह रहा था। इस बात की जानकारी जब मीडिया को हुई तो हड़कंप मच गया।
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