नागरिकता संशोधन अधिनियम(CAA) को एक भेदभावपूर्ण कानून बताते हुए, जो समानता और अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकारों के संवैधानिक मूल्यों के खिलाफ है, एमनेस्टी इंडिया ने कहा कि यह कानून समानता के अधिकार का उल्लंघन है।
बतादें कि केंद्र ने सोमवार को नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (सीएए), 2019 के कार्यान्वयन की घोषणा की, जिससे पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से बिना दस्तावेज वाले गैर-मुस्लिम प्रवासियों को नागरिकता देने का मार्ग प्रशस्त हो गया।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव की संभावित घोषणा से कुछ दिन पहले नियमों को अधिसूचित किया गया था। इसके साथ, नरेंद्र मोदी सरकार अब तीन देशों के सताए हुए गैर-मुस्लिम प्रवासियों – हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध, पारसी और ईसाई – को भारतीय राष्ट्रीयता प्रदान करना शुरू कर देगी।
अधिसूचना के बाद, एमनेस्टी इंडिया(Amnesty India) ने एक्स पर पोस्ट की एक श्रृंखला में सरकार पर हमला बोला। नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) एक भेदभावपूर्ण कानून है जो समानता के संवैधानिक मूल्यों और अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानून के खिलाफ है। गृह मंत्रालय द्वारा जारी नियमों की अधिसूचना से यह विभाजनकारी कानून आज से लागू हो जाएगा. #CAA
मानवाधिकार निकाय ने कहा कि सीएए कानून के समक्ष समानता के अधिकार और गैर-भेदभाव के अधिकार का उल्लंघन है, जैसा कि नागरिक और राजनीतिक अधिकारों पर अंतर्राष्ट्रीय अनुबंध और आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक अधिकारों पर अंतर्राष्ट्रीय अनुबंध के तहत गारंटी दी गई है।“2019 में सरकार ने शांतिपूर्ण सीएए विरोधी विरोध प्रदर्शनों का जवाब कठोर कानूनों के तहत मनमाने ढंग से हिरासत में लेने और अत्यधिक बल के साथ दिया।
एमनेस्टी इंडिया ने एक अन्य पोस्ट में कहा, हम अधिकारियों से शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन का जवाब देते समय अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, शांतिपूर्ण संघ और सभा के अधिकारों का सम्मान करने का आग्रह करते हैं।सीएए दिसंबर 2019 में पारित हुआ था और बाद में इसे राष्ट्रपति की मंजूरी भी मिल गई थी लेकिन इसके खिलाफ देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हुए। कई विपक्षी दलों ने कानून के खिलाफ बोलते हुए इसे “भेदभावपूर्ण” बताया।अब तक नियम अधिसूचित नहीं होने के कारण कानून लागू नहीं हो सका।
- ए.एम.यू का अल्पसंख्यक दर्जा, न्यायपालिका और कार्यपालिका
- AMU’s Minority Character, the Judiciary and the Executive
- IGP Kashmir visits injured civilians of Srinagar grenade aattack
- अमेरिका ने रूस को सैन्य उपकरण सप्लाई करने वाली 19 भारतीय कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया
- ‘कब्रिस्तान में जगह न मिले तो मुझे घर में ही दफना देना’, फिलिस्तीनी की दिल दहला देने वाली वसीयत आई सामने
- फैशन डिजाइनर रोहित बल के निधन पर रामपुर के नवाब ने जताया शोक