वरिष्ठ बॉलीवुड अभिनेता-निर्देशक राकेश रोशन ने अपने बेटे ऋतिक रोशन को बोलने में समस्या के कारण अतीत में हुई कठिनाइयों के बारे में खुलकर बात की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, फिल्म ‘कहो न प्यार है’ से सुपरस्टार बने ऋतिक रोशन को व्यक्तिगत आत्मविश्वास हासिल करने में कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। हालांकि ऋतिक खुद पहले भी बोलने में कठिनाई जैसी समस्याओं को स्वीकार कर चुके हैं, लेकिन हाल ही में राकेश रोशन ने अपने बेटे के दर्द और संघर्ष के बारे में खुलकर बात की है।
हाल ही में मीडिया को दिए एक साक्षात्कार में राकेश रोशन ने कहा, “मैं ऋतिक के संघर्ष को देख सकता था और मुझे अपने बेटे के लिए बुरा लग रहा था, क्योंकि वह बहुत कुछ कहना चाहता था लेकिन बोलने में उसे कठिनाई हो रही थी।”
राकेश रोशन ने एक वाकया शेयर करते हुए कहा, “ऋतिक काफी पढ़े-लिखे हैं, समझदार भी हैं, लेकिन हकलाने की वजह से वह खुद को रोक लेते थे। मुझे याद है एक बार वह दुबई में थे और उन्हें सिर्फ ‘थैंक यू दुबई’ कहना था, लेकिन हकलाने की वजह से वह ‘थैंक यू डी’ पर ही अटक जाते थे। कई कोशिशों के बाद उन्होंने खुद को बाथरूम में बंद कर लिया था।”
अपने बेटे के संघर्ष को याद करते हुए राकेश रोशन ने आगे कहा, “ऋतिक इस बाधा को दूर करने के लिए रोज सुबह उठकर 1 घंटे तक अंग्रेजी, हिंदी और उर्दू अखबार जोर-जोर से पढ़ता था, लेकिन पिछले 10 से 12 सालों से वह हकलाता नहीं है।”
याद रहे कि सालों पहले भारतीय मीडिया से बात करते हुए ऋतिक ने भी अपनी इस समस्या के बारे में कहा था, “मैं अपनी बोलने की समस्या पर काबू पाने के लिए हर दिन अभ्यास करता हूं। हकलाना मेरे लिए सिर्फ बचपन में ही समस्या नहीं थी, बल्कि 2012 में फिल्म स्टार बनने तक यह समस्या मुझ पर हावी रही।”