Globaltoday.in | रईस अहमद | रामपुर
कहते हैं “रस्सी जल गई, पर बल नहीं गए” !
कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला रामपुर (Rampur) में जहां सपा नेता और रामपुर के सांसद आजम खान(आज़म का भोकाल था।
आज भले ही आज़म खान अपनी विधायक पत्नी व बेटे के साथ सीतापुर जेल में बंद हैं लेकिन उनके रिश्तेदारों की अकड़ अभी भी जस की तस बनी हुई है। यही वजह है कि आज़म खान के समधी रिजवान मोहम्मद खान और उनका बेटा न सिर्फ लोकडाउन् के नियमो की खुलेआम खिल्ली उड़ाते दिखे बल्कि टोकने पर रामपुर पुलिस कप्तान से ही भिड़ गए। इतना ही नहीं रोड पर वाहन चेकिंग कर रहे एसपी रामपुर पर रौब डालने के लिए उन्के बेटे ने तो अपने को अमेरिकन पुलिस का बता डाला।
हालांकि उनकी यह अकड़ पुलिस अधीक्षक के सामने बिल्कुल नहीं चली और उनके खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई करते हुए लॉक डाउन के उल्लंघन का मामला दर्ज कर लिया।
पूरे देश में लॉक डाउन 5 की शुरुआत हो चुकी है जिसका पालन कराने के लिए शासन प्रशासन पुरजोर कोशिशों में लगा है.
इसी के चलते रामपुर के शाहबाद गेट पर पूरा पुलिस प्रशासन अमला वाहनों की चेकिंग में लगा था कि तभी वहां अपनी लक्ज़री कार में बेटे के साथ आजम खान के समधी बिना मास्क लगाए जा रहे थे।
पुलिस ने उनको रोककर लॉक डाउन के नियमों का पालन करते हुए मास्क लगाने की सलाह दी तो वह पुलिस अधीक्षक से ही भिड़ गए और अपने बेटे को अमेरिकन पुलिस का बता कर रौब झाड़ने लगे। जिसके बाद अधिकारियों की उन से मास्क ना लगाने को लेकर तगड़ी बहस हो गई।
आजम खान के समधी पुलिस पर रौब झाड़ने के लिए अपने बेटे को अमेरिकन पुलिस का बता रहे थे जोकि सरासर झूठ था, जिसके बाद उन्हें माफी भी मांगनी पड़ी और उन्हें थाने जाना पड़ा। अब उनके खिलाफ पुलिस ने कोविड-19 के नियमों के उल्लंघन का मुकदमा दर्ज किया है।
पुलिस अधीक्षक जब खुद चेकिंग के दौरान खुद मौके पर मौजूद थे तभी एक तेज़ रफ़्तार कार ड्राइवर अपनी होंडा सिटी कार में फर्राटे भरता हुआ निकल गया। जब पुलिस के रोकने पर भी ड्राइवर नहीं रुका तो उसके नंबर के आधार पर पुलिस ने उसको ट्रेस कर लिया।
पूछने पर पता चला कि ड्राइवर के पास ड्राइविंग लाइसेंस भी नहीं था और ना ही मुंह पर मास्क लगा रखा था। लेकिन यह ड्राइवर कार ओवर स्पीड ड्राइव करते हुए पुलिस अधीक्षक के पास से ऐसे निकला कि वहां खड़े अन्य पुलिसकर्मियों के घायल होने की भी संभावना थी। लेकिन किसी तरह पुलिसकर्मियों ने हट बच कर खुद को बचा लिया।
हालांकि बहुत जल्द पुलिस अधीक्षक द्वारा वायरलेस पर सूचना करने के बाद आरोपी युवक को पकड़ लिया गया। जिसके बाद पुलिस अधीक्षक ने उसे जमकर फटकार लगाई और आरोपी के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है।
अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह ने ग्लोबलटुडे को बताया,” यह जो लॉक डाउन फेज़ फाइव है जिसमें तमाम चीजों में ढील दी गई है किन्तु उसके साथ साथ सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क बेयरिंग इन सब चीजों का भी पालन सबको करना है, इस उद्देश्य से चेकिंग चल रही थी। शाहबाद गेट पर दो बार ऐसा वाकिया हुआ एक बार एक हौंडा सिटी कार चालक बिना मास्क लगाए जा रहा था उसे रोकने का प्रयास किया गया तो तेजी से दौड़ाकर भागा उसमें पुलिसकर्मी घायल भी हो सकते बाद में उसे उसके नंबर से ट्रेस करके पुलिस ने पकड़ लिया है उसके खिलाफ मुकदमा लिखा गया है।
सिविल लाइंस थाने में इसी तरह से एक दूसरी इनोवा कार आई जिसमें चालक और उसकी बगल की सीट पर बैठे दोनों व्यक्ति मास्क नहीं पहने थे। पुलिसकर्मियों ने रोका तो उनसे उलझने लगे कि हमें इन सारी चीजों की जानकारी है कहा कि मास्क रखे हैं हम लगा लेंगे बाद में उन्होंने इस तरह की गलत सूचना भी दी बगल में बैठे आदमी ने कि यह भी पुलिस ऑफिसर है। पूछा गया कहां के हैं तो बताया कि अमेरिका में तो पूछा अमेरिका से आप आए कब जब यह सारी जानकारी होने लगी तो उन्हें लगा कि झूठ बोलना जो गलत हुआ तो उनके खिलाफ भी अभियोग दर्ज किया गया है क्योंकि इसमें सेल्फ डिसीप्लिन होकर ही लोग चलेंगे तब ही सिस्टम चल पाएगा।
इस तरह के मामले से यह तो साफ देखा जा सकता है कि 2 महीने के लॉक डाउन के बाद भी लोगों में कोरोना को लेकर लोग मनमाने ढंग से अपना गैर जिम्मेदाराना रवैया अपना रहे हैं।
बड़ा सवाल उठता है क्या इस तरह की अनुशासनहीनता की बदौलत ही कोरोना वायरस से यह जंग जीती जा सकती है?