फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने शनिवार को गाजा पट्टी पर इजरायल के युद्ध के नए चरण के प्रभावों पर चर्चा करने के लिए एक आपातकालीन अरब शिखर सम्मेलन का आह्वान किया। महमूद अब्बास ने फिलिस्तीन मुक्ति संगठन की कार्यकारी समिति की एक बैठक के दौरान एक भाषण में कहा कि इज़राइल ने मानवीय युद्धविराम पर संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव का जवाब जमीनी हमले और आगे की लड़ाई के साथ दिया है।
उनका बयान ऐसे समय में आया है जब गाजा पट्टी में फिलिस्तीनियों को अधिक मानवीय आपदाओं का सामना करना पड़ रहा है। शुक्रवार और शनिवार की रात गाजा पर हुई बर्बर बमबारी ने भारी तबाही मचाई है। मलबे में दर्जनों शव दबे होने की आशंका है।
चिकित्सा सूत्रों ने बताया कि इजराइली बमबारी के बाद कई इलाकों तक पहुंचने में हो रही दिक्कत के कारण गाजा पट्टी में बीमारियां फैलने का डर है। गाजा में आपदा फैल गई है, जिससे पूरा इलाका तबाह हो गया है। अब तक करीब 7800 फिलिस्तीनी शहीद हो चुके हैं। कई शव लंबे समय से पड़े हुए हैं।
शुक्रवार शाम को गाजा में पूर्ण संचार ब्लैकआउट लागू कर दिया गया। दुनिया भर में युद्धविराम की मांग बढ़ती जा रही है। शनिवार को दुनिया भर में लाखों लोगों ने फिलिस्तीनियों के समर्थन में प्रदर्शन किया।
- एक दूसरे के रहन-सहन, रीति-रिवाज, जीवन शैली और भाषा को जानना आवश्यक है: गंगा सहाय मीना
- Understanding Each Other’s Lifestyle, Customs, and Language is Essential: Ganga Sahay Meena
- आम आदमी पार्टी ने स्वार विधानसभा में चलाया सदस्यता अभियान
- UP Bye-Elections 2024: नेता प्रतिपक्ष पहुंचे रामपुर, उपचुनाव को लेकर सरकारी मशीनरी पर लगाए गंभीर आरोप
- लोकतंत्र पर मंडराता खतरा: मतदाताओं की जिम्मेदारी और बढ़ती राजनीतिक अपराधीकरण- इरफान जामियावाला(राष्ट्रीय प्रवक्ता, आल इंडिया पसमंदा मुस्लिम महाज़)
- एएमयू संस्थापक सर सैय्यद अहमद खान को भारत रत्न देने की मांग उठी