Globaltoday.in| रईस अहमद | रामपुर
इत्तेहाद ए मिल्लत के अध्यक्ष मौलाना तौक़ीर रज़ा ख़ान (Maulana Tauqeer Raza Khan) जुमे के रोज़ रामपुर पहुंचे और उन्होंने एक प्रेस वार्ता की।
प्रेस वार्ता कर उन्होंने किसानों का समर्थन किया और किसानों की मांगों को जायज़ बताया। उन्होंने कहा कि इस सरकार को किसानों की मांग मानना चाहिए। किसान पिछले 3 महीने से सड़कों पर बैठा है और सरकार उनकी बात मानने को तैयार नहीं है।
मौलाना तौक़ीर रज़ा ने कहा,” जहां तक किसानों का ताल्लुक है वे लगभग 3 माह से सड़कों पर बैठे हैं। वह किसानों की मांग नहीं है बलकि हर एक हिंदुस्तानी की मांगें हैं जो रोटी खाता है चाहे वे फाइव स्टार होटल में बैठकर खाए, जो रोटी खाता है उन सभी की यह मांग है कि किसानों की मांगों को माना जाना चाहिए।
हुकूमत एक पेरेंट्स की तरह
मौलाना ने कहा कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी जाती हैं, हुकूमत की यह ज़िम्मेदारी है… हुकूमत ने कहा कि वे जिद्दी हैं, ज़िद करते हैं… हुकूमत एक पेरेंट्स की तरह है। पेरेंट्स की जिम्मेदारी है कि वह उनकी जिद को पूरा करें बच्चे की जिद नाजायज़ नहीं है।
मौलाना ने कहा कि किसानों के तीनों कानून वापस लिए जाना मुल्क के फायदे के लिए है। बल्कि मुसलमान का बच्चा बच्चा बल्कि पूरे हिंदुस्तान के हिंदू मुसलमान का बच्चा उनकी हिमायत में खड़ा है। हम तमाम लोग किसानों की हिमायत के लिए तन मन धन से उनके साथ खड़े हैं।
मुल्क में भुखमरी फैलने का अंदेशा
मौलाना ने कहा कि कोरोना ने हमारे मुल्क का उतना नुकसान नहीं किया, इतनी तकलीफ हमारे मुल्क को नहीं हुई है… जखीरा आंदोज़ी की खुली छूट दे दी गई है ज़खीरा आंदोज़ी की वजह से हमारे मुल्क में भुखमरी फैलने का अंदेशा है। यह हमारे मुल्क के लिए बेहद खतरनाक है।
वहीं मौलाना तौक़ीर रज़ा ने कहा जो अपने आप को देश प्रेमी कहते हैं अगर गांधी जी ने विरोध नहीं किया होता यह तो हम यह समझते हैं कि हमारी अपनी हुकूमत है गैरों की नहीं है। हुकूमत की गलत पॉलिसी के खिलाफ विरोध करना धरना प्रदर्शन करना यह गांधी वादी तरीका है और इसे कोई रोक नहीं सकता। यह हमारा हक है हमारा हक हमें मिलना चाहिए।
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