Globaltoday.in|रईस अहमद | रामपुर
उत्तर प्रदेश में जिला रामपुर (Rampur) के भोट थाना क्षेत्र के इंद्रा गांव में दिल्ली से आए एक युवक जो दिल्ली में एक हेयर सलून में काम करता था. तबियत ख़राब होने पर उसका कोरोना का टेस्ट हुआ जिसमें वो पॉज़िटिव पाया गया. इसके बाद युवक को स्वास्थ विभाग की टीम ने क्वॉरेंटाइन किया.
युवक के परिजनों को भी क्वॉरेंटाइन(Quarantine) किया गया था लेकिन कुछ परिजन गांव के प्रधान के घर छुप गए थे जिन्हें पुलिस ने खोजबीन कर पकड़ लिया और क्वॉरेंटाइन कराया है.
अब इस मामले में जानकारी छुपाने पर गांव के प्रधान के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि ऐसे मामलों को छुपाने वालों पर भी पुलिस कार्रवाई करेगी।
फिलहाल गांव को पूरी तरह से सील कर दिया गया है ताकि कोरोना(Covid-19) संक्रमण बढ़ने की संभावना ना रहे।
इस मामले में अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार (Arun Kumar Singh) सिंह ने बताया,”सर्विलांस के माध्यम से निजामुद्दीन की लोकेशन ली गई थी उसमें एक व्यक्ति भोट थाना क्षेत्र के इंद्रा गांव का ट्रेस हुआ था जिसे 5 अप्रैल को जिला अस्पताल में क्वॉरेंटाइन करा दिया गया था. 10 अप्रैल को उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. फिर इस के परिवार के लोगों को भी पुलिस चिकित्सक परीक्षण और इंस्टीट्यूशनल क्वॉरेंटाइन के लिए पुलिस लेने गई तो पता चला परिवार की कुछ लोग भाग गए थे जिन्हें प्रधान ने शरण दे रखी थी. देर रात परिवार के जो 5 मेंबर मिले उन्हें भी क्वॉरेंटाइन किया गया है. प्रधान की फैमिली को भी क्वॉरेंटाइन कराया गया है और इन लोगों को इस तरह से छुपाने के जुर्म में प्रधान के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हुआ है।
रामपुर की जनता से अपील करते हुए अपर पुलिस अधीक्षक ने कहा,” इस बीमारी से बचाव के लिए हमें सोशल डिस्टेंस बनाए रखना चाहिए और जो लोग भी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए हैं उन्हें खुद आगे आकर अपना चिकित्सा परीक्षण कराना चाहिए। इंस्टीट्यूशनल या होम क्वॉरेंटाइन जैसा डॉक्टर परामर्श देते हैं उसमें सहयोग करना चाहिए अन्यथा इस महामारी से जीता नहीं जा सकता। इस बात की अपील तमाम बड़े लोग कर रहे हैं इस नाते हमें भी इसमें पूरा सहयोग करना चाहिए।