9 साल की बच्ची ने मोबाइल पर कॉल की कि उसके यहाँ खाने के लिये राशन नहीं है और भूख के कारण मरने के हालात हो गए हैं।
- 9 साल की बच्ची ने कंट्रोल रूम में 112 पर किया फोन
- घर में अनाज न होने से भुखमरी के हालात बताये
- लखनऊ से रामपुर तक शासन प्रशासन में मचा हड़कंप
Globaltoday.in | रईस अहमद | रामपुर
कोविड-19 (Covid-19) महामारी के दौरान दूरदराज के क्षेत्रों में लोगों को राशन मुहैया कराना शासन और प्रशासन के लिए एक चुनौती है। यह चुनौती और भी मुश्किल हो जाती है जब लोग कंट्रोल रूम के नंबर पर कॉल करके राशन नहीं होने और भुखमरी की बात करते हुए बिना ज़रूरत ही राशन पहुंचाए जाने की गुहार लगा देते हैं।
ऐसी ही एक घटना हुई उत्तर प्रदेश के जनपद रामपुर(Rampur) में, जिसने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से लेकर रामपुर ज़िला मुख्यालय के आला अधिकारियों को हिला कर रख दिया।
जब रामपुर की स्वार तहसील के गाँव नानकार रानी से एक 9 साल की बच्ची ने 112 नंबर पर कॉल कर के राशन की कमी के चलते भूखे होने की गुहार लगाई।
यह काल लखनऊ कंट्रोल रूम में इंटरसेप्ट हुई और फिर शासन ने जिला अधिकारी से संपर्क किया और ज़िला के अधिकारियों में हड़कंप मच गया।
एसडीएम स्वार(Swar) दल बल के साथ मौके पर बच्ची के घर पहुंचे तो पता चला कि एक 9 वर्षीय बच्ची ने यह कारनामा अंजाम दिया है, वह भी जब कि उसके घर परिवार में राशन की कमी या भुखमरी जैसी कोई समस्या थीही नहीं।
मामले की सही जानकारी होने पर प्रशासन ने राहत की सांस ली तो वहीं कॉल करने वाली बच्ची के परिजनों ने शर्मिंदगी जताते हुए माफी मांगी।
आज सुबह हेल्पलाइन नंबर पर पहुंची एक कॉल से उत्तर प्रदेश के पूरे शासन प्रशासन में खलबली मच गई।
रामपुर के स्वार थाना क्षेत्र के नानकार रानी गांव में रहने वाली एक मासूम 9 वर्षीय बच्ची ने 112 हेल्पलाइन पर कॉल करके खुद के परिवार को भुखमरी की कगार पर पहुंचने की बात कही। इतना ही नहीं उसने घर के किसी बच्चे की मौत की बात भी कही जिसके बाद पूरा शासनिक अमला 112 पर मिली सूचना का संज्ञान लेने मौके पर पहुंचा तो अधिकारियों को पता चला की 9 वर्षीय बच्ची ने एक मोबाइल फोन से हेल्पलाइन नंबर को कॉल किया था और फोन पर गलत जानकारी भी दी थी।
फिलहाल बच्ची ने और उसके परिजनों ने अधिकारियों से माफी मांगी है और अधिकारियों द्वारा बच्ची को दोबारा ऐसा न करने की हिदायत भी दी गई है।
इस संबंध में पीड़ित नाजिया के पिता ने बताया,” नंबर लग गया था… तीन बार उसने नंबर लगाया मैडम बोलती रही… उधर बच्ची ने अनाज की शिकायत रखी भूख से हम मर रहे हैं अनाज दो हमें, कॉल करके उनकी मासूम बेटी नाजिया ने कहा हम भूख से मर रहे हैं हमें अनाज की जरूरत है”।
उन्होंने बताया कि बच्ची ने 112 नंबर पर कॉल की थी उसने गलती से कह दिया ऐसी कोई बात नहीं थी सब सही है प्रधान जी साथ है हमारी कोई ऐसी बात नहीं है बच्ची की उम्र लगभग 9 साल है छोटी बच्ची ने कॉल किया मौके पर अधिकारी पहुंचे जब बच्चे को देखा तो बच्ची छोटी थी तो हम लोगों ने गलती की माफी मांगी मेरी बेटी और मैंने दोनों ने माफी मांगी है तो उन्होंने फिर मसले को शांत कर दिया।
बच्ची के पिता रईस के अनुसार घर में अनाज की कोई कमी नहीं थी बच्ची ने कहीं सुन लिया होगा कि नंबर लगाकर इस तरह की शिकायत करो तो अनाज मिलेगा। उसके बाद वही दिमाग में रह गया… मैं तो जंगल गया हुआ था… मैं तो घर था भी नहीं था। जब मैं आया तो अधिकारी लोग बैठे हुए थे उस वक्त दोपहर का समय था 12:00 बजे का अब युवक ने बताया कि मेरी बच्ची की गलती हो गई मैंने अधिकारी लोगों से भी गलती की माफी मांग ली है कोई ऐसी बात नहीं है।
इस संबंध में जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह (Anjney Kumar Singh) ने बताया,”आज सुबह 112 नंबर का जो लखनऊ कंट्रोल रूम है वहां से मैसेज आया और उसके बाद फोन भी आया और यह कहा गया कि जो स्वार क्षेत्र का नानकार रानी गांव है वहां पर 10 लोगों के राशन न मिलने के कारण भुखमरी की कंडीशन होने और एक बच्ची की मौत होने की खबर है। क्योंकि मामला गंभीर था तो तुरंत मैंने एसडीएम को पूरी टीम के साथ वहां भेजा। क्यूंकि अभी तक हमारे संज्ञान में पूरे जनपद में ऐसा कोई भी मामला नहीं आया जहां पर किसी ने राशन मांगा हो और उसे तुरंत राशन ना दिया गया हो… एसडीएम साहब ने इस बात की जांच की तो पता चला कि जिस नंबर से फोन गया था उसमें आउटगोइंग ही नहीं है और वह कुछ बच्चों को दिया गया था और यह मना किया गया था परिवार के द्वारा कि उनको ऐसी कोई समस्या भी नहीं है और वह ठीक-ठाक स्थिति में है और उनके यहां से ऐसी कोई कॉल नहीं गई है… जब एसडीएम ने विस्तार में उनसे बात की और एक-एक व्यक्ति से पूछताछ की तो ये पता चला कि उनमें से एक बच्ची है जिसने खेल खेल में इसलिए कॉल कर दिया क्योंकि उसने सम्भवता वहां पर ऐसी कॉल करते हुए लोगों को देखा होगा। अभी हमारा कंट्रोल रूम पूरी तरह एक्टिव था तो उसने लोगों को ऐसा करते हुए देखा होगा और उसमें उसने खेल खेल में 112 नंबर को तीन बार कॉल किया क्योंकि 112 नंबर टोल फ्री नंबर है तो उसके फोन से बार-बार कॉल चली भी गई और कुछ नहीं 3 बार उसने पैनिक कॉल करके सबको परेशान किया खैर एसडीएम ने उस बच्ची को समझा कर छोड़ दिया और आइंदा ऐसा ना करने के लिए कहा गया है।
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