पुलिस और पंचायत की मौजूदगी में तीन तलाक़ देकर दहेज़ का सामान भी किया वापस
ग्लोबलटुडे 13 जुलाई
सम्भल में पत्नी के बच्चा न होने पर पुलिस की मौजूदगी में हुई पंचायत के फरमान पर पत्नी को 3 तलाक देने का मामला सामने आया है। पत्नी को तीन तलाक देने के बाद युवक ने पंचायत के फरमान पर महिला को मेहर की रकम के साथ दहेज़ का सारा सामान भी वापस दे दिया। लेकिन अब महिला को 3 तलाक देने के मामले को लेकर हुई पंचायत में मौजूद पुलिस कर्मियों की भूमिका को लेकर सवाल उठने लगे हैं।
पति ने पत्नी के अवैध संबंधों के चलते थाने में ही दीं पत्नी को 3 तलाक़, पत्नी भी प्रेमी से निकाह कर चली गयी
दरअसल तीन तलाक देने का यह मामला सम्भल जनपद के नखासा थाना क्षेत्र के धीमरखेड़ी गांव का है। यहां इसी गांव के युवक मुबारक हुसैन का निकाह ढाई साल पहले सम्भल जनपद के हयातनगर थाना क्षेत्र के गांव की युवती से हुआ था। लेकिन निकाह के डेढ़ साल बीतने के बाद भी जब मुबारक की पत्नी के कोई बच्चा नहीं हुआ तो मुबारक ने एक साल पहले पत्नी की बिना सहमति के दूसरा निकाह कर लिया।
मुबारक के दूसरा निकाह करने पर महिला 6 महीने पहले नाराज होकर अपने मायके चली गई। मुबारक ने मायके में रह रही अपनी पत्नी को मनाने के लिए काफी प्रयास किए, लेकिन महिला ने मुबारक के साथ रहने से साफ़ इंकार कर दिया।
इस मामले को लेकर गांव में दोनों पक्षों की पंचायत बैठी। गांव में पंचायत की सूचना पर नखासा थाने के पुलिस कर्मी भी पंचायत में पहुँच गए। पुलिस की मौजूदगी में मुबारक ने पंचायत के सामने अपनी पत्नी को 3 बार तलाक दे दी। पत्नी को 3 बार तलाक देने के बाद युवक ने पंचायत के फरमान पर दहेज़ के सारे सामान सहित मैहर की एक लाख 10 हजार की रकम भी अपनी पत्नी को सौंप दी। लेकिन अब महिला को 3 तलाक देने के मामले को लेकर हुई पंचायत में मौजूद पुलिस कर्मियों की भूमिका को लेकर सबाल उठ रहे हैं।
दरअसल हयातनगर थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी युवती की शादी ढाई वर्ष पहले नखासा थाना क्षेत्र के एक गांव में हुई थी। शादी के बाद दोनों पति पत्नी खुश रहने लगे। लेकिन एक वर्ष बीतने के बाद जब पत्नी को कोई संतान पैदा नहीं हुई तो दोनों पति पत्नी के बीच झगड़ा होने लगा। अब पति लगातार अपनी पत्नी का उत्पीडन करता रहा।
अब ग़रीब लड़की ने मोदी जी से इंसाफ की गुहार लगायी है। उसका कहना है कि जिस तरह से मेरे साथ हुआ ऐसा किसी मुलमान महिला के साथ न हो। उसका ये भी कहना है कि अगर मुझे तलाक़ नहीं मिलता तो मेरा पति मुझे मार डालता, मुझे तो ज़िंदगी मिलगई।
युवती बहुत ही ग़रीब घर की है और गरीब पिता बीमार हैं और माँ की पहले ही मौत हो चुकी है। ऐसे में युवती का कोई सहारा नहीं है। युवती की दयनीय हालत देखकर लोगों का कहना है कि पुलिस चाहती तो इस ग़रीब की तलाक़ होने से बच सकती थी लेकिन पुलिस ने अपनी मौजूदगी में ये तलाक़ कराई जिसके कारण ग़रीब युवती का जीवन बर्बाद हो गया।