सरकार की अनुमति के बाद हो सकती है आज़म खान की गिरफ़्तारी-अमित जानी

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Globaltoday.in|सऊद खान|रामपुर

प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के युवजन सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित जानी(Amit Jani) आज रामपुर(Rampur) पहुंचे और उन्होंने यहां पर कार्यकर्ताओं से बात की। उनका यहां आने का मकसद 8 तारीख को लखनऊ में एक अधिवेशन है, जिसमें वह रामपुर में उन लोगों को खासकर न्यौता देने आए थे जिनका समाजवादी में रहते हुए दम घुट रहा है और उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।उन लोगों को लखनऊ बुलाने के लिए आज अमित जानी रामपुर पहुंचे।

प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के युवा जन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित जानी ने रामपुर आकर लोगों से मुलाकात की और कहा हमारा एक राष्ट्रीय अधिवेशन लखनऊ में होने वाला है। इस राष्ट्रीय अधिवेशन का मतलब है समाजवादी पार्टी की सत्ता के दौर में है मुख्यमंत्री जी के जो करीबी लोग थे उनके द्वारा उपेक्षा की गई जिन लोगों को सुना नहीं गया जिनका अपमान किया गया जिन लोगों के मान सम्मान के साथ खेला गया, सत्ता में 2 लोग केवल सम्मान करते थे मुलायम सिंह यादव जी और शिवपाल यादव जी अखिलेश यादव जी के इर्द गिर्द जो लोग हैं उन्होंने लोगों का बहुत शोषण किया है, आज लाखों कार्यकर्ता समाजवादी पार्टी में घुटन महसूस कर रहे हैं आज हम उन लोगों को न्योता देने आए है वे 8 तारीख को लखनऊ में एक समागन है जिसका नाम है राष्ट्रीय युवा अधिवेशन वे उसमे आये,,,अमित जानी ने कहा अब अखिलेश जी कहेंगे यह दिनदहाड़े सेंधमारी है, लेकिन सियासत इसी का नाम है।

आज़म खान की गिरफ्तारी पुलिस का काम है

सपा नेता आजम खान पर 80 से ज्यादा मुकदमे दर्ज होने के बाद गिरफ्तारी की आवाज रामपुर से उठने लगी है, इस पर अमित जानी ने कहा देखिए यह तो पुलिस का काम है और पुलिस ही जांच करेगी कि किन आरोपों में मुकदमे दर्ज हुए, किन लोगों को सताया था, किन लोगों को धमकाया था, किन लोगों की जमीनें कब्जाईं थीं, किन लोगों पर अत्याचार हुआ था।

अगर किसी पर अत्याचार हुआ और एफआईआर नहीं लिखी गई सरकार में तो आज वह खड़ा हो गया। एफ आई आर लिखी जा रही होगी तो यह तो बेहतर पुलिस जानती है क्यों और किस लिए मुकदमे दर्ज हो रहे हैं। क्योंकि पीड़ित जो है बिना उसके कोई मुकदमा दर्ज नहीं हो रहा है। रामपुर के ही वह लोग हैं जो एप्लीकेशन लेकर खड़े हैं एसपी और डीएम के सामने के हमारा उत्पीड़न हुआ है। अब प्रशासन के सामने यह सवाल है की वह मंत्री का रसूख माने या जनता की आवाज सुने। आम जनता की एप्लीकेशन पर अगर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है मैं तो कहता हूं बहुत अच्छी बात है कम से कम मंत्री के ऊपर मुकदमा दर्ज करने की हिम्मत है किसी में और प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे प्रदेश के बड़े नेता हैं आजम खान, तो हो सकता है कि सरकार की अनुमति के बाद ही वह कदम हो।