आज़म खान के खिलाफ विरोधियों ने खोला मोर्चा, सुनाई आज़म खान के जुल्मों की दास्ताँ

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रामपुर में आज़म खान के द्वारा सताये हुए लोगों ने आज़म खान के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।

ग्लोबलटुडे, 28 सितंबर-2019
रामपुर से सऊद खान की रिपोर्ट

किसानों की जमीनी जबरन कब्जा करने, घरों को तुड़वाने, मकान और दुकान जबरन खाली कराने, लूटपाट करने और भैंस चोरी, गाय चोरी, बकरी चोरी जैसे 86 मुक़दमे झेल रहे समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान(Azam Khan) के खिलाफ रामपुर(Rampur) में उनके विरोधियों ने मोर्चा खोल दिया है। 

दरअसल समाजवादी पार्टी की सरकार में आजम खान उत्तर प्रदेश के एक ताकतवर मंत्री थे और सरकार के दौर में अपनी विवादित कार्यशैली के चलते उन्होंने कितने ही दुश्मन बना लिए थे। अब उनके यही विरोधी उनके द्वारा छोड़ी गई रामपुर नगर विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव के मौके पर खुलकर विरोध कर रहे हैं।

रामपुर नगर विधानसभा क्षेत्र से 9 बार विधायक रहे आजम खान(Azam Khan) के पिछले आम चुनाव में लोकसभा चुनाव जीतने के बाद विधायक पद से त्यागपत्र देने से खाली हुई रामपुर नगर विधान सभा की सीट पर उपचुनाव का बिगुल बज चुका है। दर्ज मुकदमों के चलते भले ही आजम खान रामपुर नहीं आए हैं लेकिन उनके विरोधियों ने आजम खान के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए एक जनसभा की, जिसमें आजम खान की सरकार के दौर में सताए गए लोग इकट्ठा हुए और मंच पर अपनी अपनी आप बीती सुनाई।

इस जनसभा का आयोजन किसी भी दल के समर्थन में नहीं  बल्कि आजम खान के विरोध में किया किया था। पूर्व कांग्रेसी नेता फैसल लाला ने जिन्हें आजम खान का विरोध करने के चलते ही कांग्रेस पार्टी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया, पार्टी से निकाले जाने के बावजूद भी वह आजम खान के विरोध में डटे हुए हैं।

फैसल लाला ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि आजम खान कहते हैं के जब हमने सैकड़ों एकड़ जमीन खरीदने वाले के लिए भला चार बीघा जमीन की क्या कीमत है जबकि जिन गरीबों से जमीन छीनी गई है वह मात्र 25 गज घर घर के लिए अधिकारियों के चक्कर काट रही हैं। जिनकी रोजी-रोटी ही भैंस और बकरी पाल पर चलती थी उनके दिए भैंस और बकरी की बहुत कीमत है। भले ही आपके लिए उनकी कोई अहमियत ना हो।

आजम खान के पड़ोसी 74 वर्षीय आरिफ रजा खान ने भी जनसभा को संबोधित किया और आजम खान पर गंभीर आरोप लगाते हुए अपनी आप बीती सुनाई कि किस तरह से पड़ोस में रहने वाले आजम खान ने उनका घर कब जाने के लिए उनको प्रताड़ित किया।

मदरसा संचालक मौलाना बाबू खान ने भी मंच पर आकर अपनी आपबीती सुनाई और बताया कि किस तरह से आजम खान ने अपनी सरकार में रमजान के समय में उनका बंदर सा ध्वस्त कराया था और विरोध करने पर उनको जेल भिजवा दिया था।

अब ऐसा लग रहा है कि रामपुर की जनता खुलकर आज़म खान के विरोध में उतर आयी है। हालांकि पिछले दिनों हाईकोर्ट ने आजम खान की गिरफ्तारी पर कुछ मुक़दमों को लेकर रोक लगाई है लेकिन उसके बावजूद कितने ही मुक़दमे हैं जिनके चलते आज़म खान गिरफ्तार भी हो सकते हैं।

आज़म खान अभी भी रामपुर से बाहर ही हैं। रामपुर नगर विधान सभा की सीट पर उपचुनाव का बिगुल बज चुका है। अभिनेत्री जाया प्रदा भी मैदान में हैं। कुल मिलाकर रामपुर नगर विधान सभा का ये चुनाव बड़ा ही दिलचस्प होने जा रहा है।

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