ग्रामीणों और ग्राम प्रधान का आरोप है कि करीब 2 महीनों से गांव में बीमारी पनप रही है। कई बार स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कहा गया लेकिन किसी ने ग्रामीणों की एक नहीं सुनी
ग्लोबलटुडे, 03 सितंबर
सम्भल
यूपी के सम्भल के एक गाँव अतरासी में इन दिनों लोग बुखार और मलेरिया की बीमारी से परेशान हैं। आलम यह है कि हर घर में 1 से 2 लोग बुखार की चपेट में हैं। इतना ही नहीं गांव में एक ही दिन में बुखार से 4 लोगों की मौत तक हो गई, इससे पहले भी कई मौतें बुखार से हो चुकी हैं। लेकिन सबसे बड़ा सवाल है कि लगातार मौतों के बाद भी स्वास्थ्य विभाग एक बार भी गांव में नहीं पहुंचा ।
तस्वीरों में दिख रहे चारपाई पर लेटे यह ग्रामीण इन दिनों मौत के बुखार से परशान हैं, गांव में मलेरिया और टायडफाइड फैला हुआ है। हर घर में 2 से 4 लोग बुखार की चपेट में है। अगर कोई सही भी होता है तो वह बीमार शख्स की देखभाल करने में ही खुद बीमार हो जाता है।
पूरे गांव में एक तरह से संस्करण फैला हुआ है यहां तक कि मंगलवार को 2 महिलाओं सहित चार लोगों की एक ही दिन में मौत तक हो गई। इससे पहले भी कई लोगों की मौत बुखार से हो चुकी हैं।
पूरे गांव में लोग बुखार की बीमारी से परेशान हैं ,कुछ लोग तो स्थानीय डॉक्टर से ही दवाई लेकर घर पर इलाज करा रहे हैं तो कुछ लोग शहर में जाकर अपना इलाज कर करा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि बुखार से बीमार लोगों की संख्या इतनी है कि अस्पताल तक में जगह नहीं है।
वजह साफ है कि जिस तरह से पूरे गांव में करीब 800 लोग बीमार बताए जा रहे हैं इतनी बड़ी संख्या में लोग बीमार हैं लेकिन स्वास्थ्य विभाग इस मामले में आंखें मूंदे बैठा है।
जब हमारी टीम गॉव में पहुंची तो पूरे गांव में हर तरफ लोग बुखार से बीमार दिखे। जब मीडिया ने सीएमओ से बात की तो सीएमओ ने गांव में टीम भेजने की बात कही।
लेकिन जिस तरह से ग्रामीणों और ग्राम प्रधान का आरोप है कि करीब 2 महीनों से गांव में बीमारी पनप रही है। कई बार स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कहा गया लेकिन किसी ने ग्रामीणों की एक नहीं सुनी। यही वजह है कि आज हालात ये हैं कि हर घर में बुखार से पीड़ित एक दो लोग हैं और लोगों की मौत तक हो रही हैं।
वहीं सीएमओ अमिता सिंह से जब हमने बात की तो उन्होंने कहा कि मीडिया की जानकारी के बाद गांव में टीम भेज दी गई है और करीब टीम द्वारा एक ही दिन में 100 लोगों में बुखार की पुष्टि कर ली गई है।
बड़ा सवाल एक बार फिर यही है कि इससे पहले स्वास्थ्य विभाग की नींद क्यों नहीं टूटी। मीडिया के हस्तक्षेप के बाद ही क्यों सीएमओ ने गांव में टीम पहुँचने की बात कही ।
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