जिलाधिकारी की रिपोर्ट पर रद्द हो सकती है आज़म खान के ट्रस्ट की लीज़

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रामपुर पब्लिक स्कूल
रामपुर पब्लिक स्कूल

ज़िला रामपुर के जिलाधिकारी आंजनेय कुमार सिंह ने शासन को भेजी अपने रिपोर्ट में एसआईटी जांच में आज़म खान के ट्रस्ट की लीज़ केंसिल करने की सिफारिश की है

ग्लोबलटुडे, 23 जुलाई
रामपुर से सऊद खान की रिपोर्ट


समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता मोहम्मद आजम खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं। आज उनको एक और जोरदार झटका लगा है। पूर्व सरकारों में उनको एलाट किए गए दो बड़े भवनों की लीज़ कैंसिल करने का निर्णय लिया जा सकता है। लीज़ कैंसिल किए जाने के लिए रामपुर जिला अधिकारी द्वारा संस्तुति की गई थी, यह दो बड़े भवन मदरसा आलिया और मुर्तुजा स्कूल के भवन थे, जिन्हें जोहर ट्रस्ट को लीज़ पर दे दिया गया था और इनमें रामपुर पब्लिक स्कूल और आजम खान की राजनीतिक गतिविधियां चलाई जा रही थीं।
रामपुर जहां पिछले कई दशक से आजम खान की राजनीति का सिक्का चलता रहा है, जो राजनैतिक मुख्यालय दारुल अवाम के नाम से आजम खान ने बनवाया और जहां से उनकी राजनीतिक गतिविधियां संचालित होती रही हैं, उस दारूलअवाम पर ही आज सवाल खड़े हो गए हैं।
आंजनेय कुमार सिंह, जिलाधिकारी रामपुर की संस्तुति पर दारुल आवाम की लीज रद्द किए जाने की तलवार आज़म खान के सर पर लटक रही है।

दारुल आवाम
दारुल आवाम

यह भवन कभी एक सरकारी स्कूल ‘मुर्तुजा स्कूल’ का भवन था, साथ ही इसमें डीआईओएस और बीएसए के कार्यालय स्थापित थे। लेकिन इस भवन को जोहर ट्रस्ट के नाम लीज़ पर दे दिया गया था। शिकायतों के आधार पर जांच में पता चला कि सरकार से लीज़ पर प्राप्त किए गए इस भवन में समाजवादी पार्टी का कार्यालय संचालित किया जा रहा है जो कि लीज़ के नियमों के विरुद्ध मानते हुए जिलाधिकारी ने इसकी लीज़ रद्द किए जाने की संस्तुति भेजी थी।
इसके अलावा एक दूसरा बड़ा झटका आजम खान को उस समय लगा जब उनके जोहर ट्रस्ट को अलॉट किए गए भवन, जिसमें रामपुर पब्लिक स्कूल का किड्स ज़ोन चलाया जाता था उस की लीज़ रद्द करने हेतु रिपोर्ट भेज दी गई।
भू-माफ़िया घोषित आज़म खान की जांच के लिए अखिलेश यादव ने…
Anjney kumar singh
आंजनेय कुमार सिंह,जिलाधिकारी रामपुर-फोटो ग्लोबलटुडे

इस भवन में कभी मदरसा आलिया हुआ करता था, जो लगभग डेढ़ सौ वर्ष पूर्व अरबी फारसी की शिक्षा के लिए दुनिया भर में मशहूर था और भारत गणतंत्र बनते समय रामपुर स्टेट के मर्जर एग्रीमेंट में भी मदरसा आलिया को विशेष अहमियत दी गई थी। इसमें अरबी यूनिवर्सिटी भी कायम किए जाने की संस्तुति की गई थी। लेकिन बाद में इसमें तालाबंदी कर दी गई और फिर सीएनडीएस विभाग में इसका जीर्णोद्धार किया और इसको आजम खान के ट्रस्ट को लीज पर दे दिया गया।
मदरसा आलिया भवन में सरकारी यूनानी अस्पताल भी चलाया जाता था। इस भवन को अभी कुछ दिन पहले ही खाली करा लिया गया था। जिलाधिकारी रामपुर की संस्तुति पर मदरसा आलिया भवन एलाटमेंट को कैंसिल किए जाने के लिए भी जिलाधिकारी रामपुर में संस्तुति की थी।