गजरौला/अमरोहा: उत्तर प्रदेश के गजरौला में मंगलवार की सुबह को माता ललिता देवी मंदिर पर एक नवजात बच्ची प्लास्टिक के कवर में लिपटी हुई मिली।
जब मंदिर के पुजारी को बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी तो उसने देखा कि एक नवजात प्लास्टिक कवर में लिपटी हुई रोनरहि है। पुजारी ने फौरन पुलिस को सूचना दी। पुलिस जल्द ही मौके पर पहुंच गई और बच्ची को कस्टडी में लिया और अस्पताल में भर्ती करा दिया।
गजरौला के SHO अशोक कुमार ने बताया कि नवजात को इस तरीके से एक बारीक पन्नी में लपेटा गया था कि बच्ची दिखाई भी नहीं दे रही थी। सिपाही ने प्लास्टिक कवर को हटाया और नवजात को उससे बाहर निकाला। बाहर निकाल ने पर देखा कि नवजात की गर्भनाल भी नहीं कटी हुई थी और बच्ची के बदन से गंदगी भी साफ नहीं हुई थी। नवजात बच्ची को फौरन ही कम्युनिटी हेल्थ सेंटर में भेजा गया, जहां डॉ योगेंद्र सिंह ने बताया की बच्ची की हार्ट बीट ठीक है लेकिन उसको बहुत ज्यादा ठंड लगी हुई है इसलिए उसको इनक्यूबेटर पर शिफ्ट किया गया। डॉक्टर ने यह भी बताया कि बच्चे को यहां लाने से दो-तीन घंटे पहले ही उसका जन्म हुआ था। अब वह खतरे से बाहर है और उसकी सांसऔर पल्स रेट भी नॉर्मल है। जब यह ख़बर शहर में फैली तो बहुत से लोग पुलिस स्टेशन पर जमा हो गए जो इस बच्ची को गोद लेने के इच्छुक थे।
TOI की ख़बर के मुताबिक़ अमरोहा के चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के अध्य्क्ष हरपाल सिंह ने बताया कि बच्चे की तस्वीर को सर्कुलेट कर दिया गया है। अगर उसके असली मां-बाप पुलिस स्टेशन पर क्लेम कर करने नहीं आते तो यह बच्ची अनाथ आश्रम में रहेगी और उसके बाद ही बच्ची का नाम एडॉप्शन लिस्ट में निकाला जाएगा। एसएचओ के मुताबिक एक सब इंस्पेक्टर भी इस बच्ची को गोद लेने का इच्छुक है।
आभार-नज़र अब्बास