भारत के गुजरात राज्य में एक पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट से 17 लोगों की मौत हो गई।
गुजरात के बनासकांठा जिले के डीसा शहर में मंगलवार सुबह एक पटाखा फैक्ट्री में बॉयलर फटने से बड़ा हादसा हो गया। यह घटना सुबह 8 बजे धुनवा रोड पर स्थित फैक्ट्री में हुई, जिसमें मध्य प्रदेश के 21 मजदूरों की मौत हो गई, जबकि पांच अन्य मामूली रूप से घायल हो गए।
स्थानीय मीडिया के अनुसार, गुजरात के बनासकांठा जिले में एक पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट हुआ, जिसके परिणामस्वरूप कम से कम 17 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए।
मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार एक पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट के बाद आग लग गई, जबकि विस्फोट के समय फैक्ट्री में लगभग 30 श्रमिक काम कर रहे थे।
बताया जा रहा है कि दुर्घटना के बाद फैक्ट्री मालिक फरार हो गया, जबकि दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए पुलिस जांच चल रही है।
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद शक्तिसिंह गोहिल ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी के नेता और राज्य के कर्मचारी पैसे लेकर किसी को भी फायर सेफ्टी का क्लियरेंस दे देते हैं।
शक्तिसिंह गोहिल ने इस हादसे पर गहरा दुख जताते हुए कहा कि यह बेहद दर्दनाक हादसा है और 21 लोगों की जान जाना बेहद दुखद है। किसी भी व्यक्ति की जान का मोल नहीं लगाया जा सकता और मृतकों के परिवार को दी जाने वाली कोई भी सहायता उस नुकसान की भरपाई नहीं कर सकती।
उन्होंने सरकार पर फायर सेफ्टी के नाम पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि गुजरात में पहले सूरत के तक्षशिला अग्निकांड और राजकोट के गेम जोन हादसे जैसे मामले हो चुके हैं, लेकिन सरकार सबक लेने को तैयार नहीं है। भाजपा सरकार में फायर सेफ्टी के नाम पर हफ्ता वसूली होती है और नेताओं तथा अधिकारियों की मिलीभगत से बिना सुरक्षा इंतजामों के भी फैक्ट्रियों को मंजूरी मिल जाती है।