दिल्ली[राहेला अब्बास] :देश की राजधानी दिल्ली में स्वाइन फ़्लू के अबतक तक़रीबन 1130 से सामने आए हैं। लगातार h1 n1 वायरस से संक्रमित लोगों की तादाद बढ़ते देख दिल्ली सरकार ने स्वाइन फ़्लू से संबंधित स्वास्थ्य के लिए परामर्श जारी किया है जिसमें स्वाइन फ़्लू के दौरान क्या करें और क्या नहीं करें इसके बारे में बताया गया है।
पूरे देश में स्वाइन फ़्लू के लगभग 6701 मामले सामने आए हैं जिन में अब तक 226 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि पिछले साल 2018 में यह आंकड़ा 798 ही था और 68 लोगों की मौत हुई थी। इस साल 2019 में केवल राजस्थान में ही स्वाइन फ्लू के 507 के मामले सामने आए हैं और 49 लोगों की मौत हो चुकी है।
स्वाइन फ्लू के लक्षण
स्वाइन फ़्लू एक तरह का वायरस है जो एक इंसान से दूसरे इंसान में फैलता है। आमतौर पर इस वायरस के वाहक सूअर होते हैं इसलिए इसे स्वाइन फ़्लू का नाम दिया गया है। हालांकि इसके लक्षण एक सामान्य फ़्लू के समान ही हैं लेकिन लापरवाही बरतने पर यह गंभीर भी हो सकते हैं। बुख़ार, खांसी, सर में दर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, गले में ख़राश, नाक बहना, कमज़ोरी होना और थकान महसूस करना इसके लक्षण बताये गए हैं। अगर आपको स्वाइन फ़्लू के लक्षण महसूस हो रहे हों तो तुरंत अपने डॉक्टर से कंसल्ट करें और टेस्ट कराएं। अगर टेस्ट पॉज़िटिव है तो घबराने की ज़रूरत नहीं है क्योंकि इसके एंटी-वायरस टेमीफ़्लु के जरिए इसका उपचार किया जा सकता है।
स्वाइन फ़्लू से कैसे बचें?
थोड़ी सी सावधानी बरतने से आप स्वाइन फ़्लू से बच सकते हैं। बाहर का खाना खाने से बचें ख़ासकर फास्ट फूड जैसे बर्गर, पिज़्ज़ा और मोमोज़ आदि खाने से परहेज़ करें। छींक आने पर अपने मुंह को रुमाल से ढक लें। अपने हाथों को सैनिटाइजर से साफ करें। सफाई का खास ख्याल रखें