Globaltoday.in | नवेद इक़बाल | नैनीताल
उत्तराखंड (Uttarakhand) के जोशीमठ (Joshimath) में ग्लेशियर(Glacier) फटने से भीषण हादसा हुआ है। यहाँ हर तबाही का मंज़र है, अभी तक ITBP को 10 शव मिले हैं।
ग्लेशियर(Glacier) फटने से यहाँ ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट को भारी नुकसान पहुंचा है। इसके साथ ही एनटीपीसी की एक साइट भी इससे बुरी तरह प्रभावित हुई है। ग्लेशियर फटने से उत्तराखंड के चमोली में भारी तबाही की आशंका है।
पूरे राज्य में चमोली से लेकर हरिद्वार तक अलर्ट जारी कर दिया गया है। अभी तक इस हादसे में 10 शव बरामद हुए हैं और करीब 150 लोगों के लापता होने की आशंका जताई जा रही है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि आपदा से प्रभावित दो कंस्ट्रक्शन साइट पर काम कर रहे मजदूरों की जान बचाने के लिए पुलिस, राज्य आपदा मोचन बल और आईटीबीपी की टीमें काम कर रही हैं।
ऋषिकेश कोडियाला इको टूरिज्म जोन में जल पुलिस और एसडीआरएफ को अलर्ट कर दिया गया है।
रेस्क्यू टीम ने तपोवन में एक टनल से आईटीबीपी ने 16 लोगों को सुरक्षित बचाया है। यहाँ लोगों से सुरक्षित इलाकों में पहुंचने की अपील की जा रही है।
पीएम मोदी भी पल-पल की स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत घटनास्थल पर रवाना हो गए हैं। मौके पर रेसक्यू टीम भी पहुंच चुकी हैं। प्रभावित इलाकों में फंसे लोगों के लिए सीएम ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी कर दिया है।
ग्लेशियर(Glacier) टूटने की घटना के बाद अलकनंदा उफान पर है। जिला प्रशासन ने नदी किनारे सभी लोगों को अलर्ट कर दिया है और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया है मौके पर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ भी तैनात कर दी गई है।
डीएम, एसपी मौके पर हैं। जिला आपदा प्रबंधन पूरी तरह से अर्लट है।