सऊदी अरब में आज रविवार को ईद-उल-अज़हा मनाई गयी। भीषण गर्मी के बीच दुनिया भर से आये क़रीब 18 लाख हाजी मक्का में जमा हुए हैं। शुक्रवार से हज की रस्में शुरू हुई हैं। पहले दो दिन हाजियों ने काबा का तवाफ़ किया और उसके बाद अराफ़ात की पहाड़ी पर दुआ की।
रियाद: मस्जिद अल-हरम के इमाम और उपदेशक, शेख माहिर बिन हमद बिन मुहम्मद बिन अल-मुअक़्ली ने मस्जिद निमराह में हज का ख़ुत्बा दिया और कहा कि अल्लाह ने लोगों के लिए इस्लाम धर्म को इंसानों के लिए पसंद किया है, इस्लाम जीवन की संपूर्ण संहिता है, हे लोगो! मुसीबत और शरारत से दूर रहो, इस्लाम सिखाता है कि न तो किसी को नुकसान पहुंचाओ और न ही खुद नुकसान उठाओ।
हज का ख़ुत्बा देते हुए डॉ. शेख माहिर बिन हमद ने कहा कि फिलिस्तीनी भाइयों के लिए प्रार्थना करें, वे पीड़ित हैं, फिलिस्तीनियों के दुश्मनों ने खून बहाकर, भोजन और दवा रोककर उन्हें पीड़ित किया है।
हज के उपदेश में कहा गया है कि शरीयत बिना किसी नुकसान के नुकसान को दूर करने पर जोर देती है, हदीस कहती है कि नुकसान मत पहुंचाओ और नुकसान मत सहो, इस्लाम जीवन का पूरा कोड है, ऐ लोगों, मुसीबतों और शरारतों से दूर रहो, नुकसान मत करो किसी को भी दुख पहुंचाना बहुत बड़ा गुनाह है।
हज के उपदेश के अनुसार, जो भी गलत करेगा वह पकड़ा जाएगा, जो लोग ईमानवालों को चोट पहुंचाएंगे वे कभी कामयाबी नहीं पा सकते।
दूसरी ओर, अराफात में, छोटी ज़ुहर और अस्र की नमाज़ अदा करने के बाद, तीर्थयात्री मुजदलिफा की यात्रा जारी रखेंगे।
ईद-उल-अजहा के मौके पर सऊदी अरब में 12 हजार से ज्यादा मस्जिदों में ईद की नमाज अदा की गई और लाखों मुसलामानों ने पैगंबर साहब की मस्जिद में ईद-उल-अजहा की नमाज अदा की।
लाखों हाजियों ने ईद-उल-अज़हा की नमाज़ में भाग लिया और ईद की तकबीरें और अल्लाहु अकबर हवा में गूंज उठे।
शेख अब्द अल-रहमान अल-सुदैस ने मस्जिद अल-हरम में ईद की नमाज पढ़ाई और इमाम काबा, फिलिस्तीन और अल-अक्सा मस्जिद की आजादी के लिए दुआ की।
- एक दूसरे के रहन-सहन, रीति-रिवाज, जीवन शैली और भाषा को जानना आवश्यक है: गंगा सहाय मीना
- Understanding Each Other’s Lifestyle, Customs, and Language is Essential: Ganga Sahay Meena
- आम आदमी पार्टी ने स्वार विधानसभा में चलाया सदस्यता अभियान
- UP Bye-Elections 2024: नेता प्रतिपक्ष पहुंचे रामपुर, उपचुनाव को लेकर सरकारी मशीनरी पर लगाए गंभीर आरोप
- लोकतंत्र पर मंडराता खतरा: मतदाताओं की जिम्मेदारी और बढ़ती राजनीतिक अपराधीकरण- इरफान जामियावाला(राष्ट्रीय प्रवक्ता, आल इंडिया पसमंदा मुस्लिम महाज़)
- एएमयू संस्थापक सर सैय्यद अहमद खान को भारत रत्न देने की मांग उठी