Globaltoday.in| रईस अहमद | रामपुर
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और रामपुर से सांसद मोहम्मद आजम खान (Azam Khan) के ड्रीम प्रोजेक्ट मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी की 14 सौ बीघा जमीन राजस्व अभिलेखों में जौहर यूनिवर्सिटी के नाम से काट कर सरकार के नाम में दर्ज कर दी गयी है।
यह कार्रवाई रामपुर सदर तहसील के एसडीएम कार्यालय में एडीएम प्रशासन रामपुर के 2 दिन पूर्व पारित किए गए आदेशों के अमल दरामद में की गई है, जिनमें मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी(Jauhar University) के नाम केवल साढ़े बारह एकड़ जमीन से अधिक जितनी भी जमीन है वह सब सरकार के नाम दर्ज किए जाने और उस पर कब्जा प्राप्त करने के आदेश दिए गए थे।
रामपुर की सदर तहसील के सीगण खेड़ा गांव की भूमि पर स्थित मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी की पंद्रह सौ बीघा जमीन में से मात्र साढे 12 एकड जमीन ही अब जौहर यूनिवर्सिटी के नाम बची है। शेष लगभग 14सौ बीघा जमीन में जौहर यूनिवर्सिटी का नाम काटकर राजस्व अभिलेखों में उत्तर प्रदेश सरकार का नाम दर्ज कर दिया गया है।
यह अमल बरामद एडीएम प्रशासन के न्यायालय में 2 दिन पूर्व पारित एक निर्णय के बाद किया गया है जिसमें जौहर यूनिवर्सिटी पर शासन द्वारा साढ़े 12 एकड़ से अधिक भूमि रखने के लिए दी गई अनुमति की शर्तो का उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए निर्धारित मात्रा यानी साढ़े 12 एकड़ से अधिक भूमि को ज़ब्त करते हुए सरकार में दर्ज करने के आदेश दिए गए थे।
यह आदेश शनिवार 16 जनवरी 2021 को एडीएम प्रशासन रामपुर के न्यायालय में चल रहे विवाद के निर्णय में दिए गए थे जिनका बिना कोई देर किए प्रशासन ने अमल दरामद कर दिया और जौहर यूनिवर्सिटी का नाम राजस्व अभिलेखों से काटकर सरकार के नाम दर्ज कर दिया गया।
प्रशासन द्वारा अमल दरामद में दिखाई गई यह असाधारण तीव्रता उल्लेखनीय है क्योंकि अमल दरामद कराने और राजस्व अभिलेखों में नाम दर्ज कराने में जहां आम आदमी को महीनों बीत जाते हैं वहीं आजम खान के खिलाफ पारित आदेश 48 घंटे के अंदर अंदर अमल दरामद भी हो गए और राजस्व अभिलेखों में यूनिवर्सिटी का नाम काट कर सरकार का नाम दर्ज भी हो गया।
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