Globaltoday.in|गुलरेज़ खान|बरेली
विश्व प्रसिद्ध और हिंदुस्तान की सबसे बड़ी दरगाह हज़रत ख़्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की बारगाह में दरगाह ग़रीब नवाज़ के सज्जादानशीन हज़रत सैय्यद सरवर चिश्ती साहब के बुलावे पर इत्तेहाद का पैग़ाम लेकर नबीरे आला हज़रत क़ायदे मिल्लत व आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रज़ा ख़ान (Maulana Tauqir Raza Khan) अजमेर शरीफ़ पहुंचे।
हिंदुस्तान की 2 बड़ी दरगाहों दरगाह ख्वाजा ग़रीब नवाज़ और दरगाह आला हज़रत के बीच जो आपसी इख़्तिलाफ़ था उसको आपस में बात करके दूर किया।
इस मौके पर मौलाना तौक़ीर रज़ा खान ने कहा कि पाकिस्तान मे जो यज़ीद ज़िंदाबाद के नारे लगे उसकी हम सख्त मज़म्मत करते हैँ और मसलके हक़, मसलके आला हज़रत अहले सुन्नत वल जमात से जुड़ा कोई भी शख्स इसे हरगिज़ बर्दाश्त नहीं करेगा।
मौलाना ने आगे कहा,” मिल्लत के लिए इत्तेहाद बेहद ज़रूरी है और मौलाना ने आरएसएस पर हमला करते हुए कहा कि हमें आरएसएस को आपस मे इख्तिलाफ करके किसी भी हालत में कामयाब नहीं होने देना है। मौलाना ने कहा,” इत्तेहाद वक़्त की बहुत बड़ी ज़रूरत है।
ख़्वाजा ग़रीब नवाज़ के सज्जादानशीन हज़रत सरवर चिश्ती साहब ने कहा,”हम मौलाना तौक़ीर रज़ा खान की इस पहल का दिल से स्वागत करते हैं और उन्होंने मौलाना तौक़ीर रज़ा खान को दुआओ से नवाज़ा।
सरवर चिश्ती साहब और मौलाना तौक़ीर रज़ा खान ने पूरी दुनिया मे फैले जानलेवा वाइरस कोरोना से निजात के लिए भी दुआ की।
आईएमसी के राष्ट्रीय महासचिव/ प्रवक्ता डॉ नफीस खान ने बताया कि मौलाना तौक़ीर रज़ा खान के साथ बरेली से डॉ नफीस खान, मो नदीम खान,इफ्तिखार कुरैशी, अफ़ज़ाल बेग, हाफ़िज़ शराफत, चौधरी राशिद खां, शावेज़ हाश्मी, फरहान रज़ा खां आदि लोग शामिल थे।
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