Globaltoday.in| रईस अहमद | रामपुर
रामपुर कोतवाली थाना क्षेत्र में राजनीतिक विवाद को लेकर दो पक्ष आमने-सामने आ गए। इस विवाद में दोनों पक्षों के कुछ लोग घायल हो गए थे। यह वारदात 24 सितंबर की है, जिसमें एक पक्ष के सिद्दीक़ अहमद भी बुरी तरह घायल हुए थे।
इस विवाद में सिद्दीक़ अहमद की ओर से थाना टांडा में एक एनसीआर दर्ज हुई थी जिसमें 4 लोगों को नामजद किया गया था।
शनिवार को गंभीर रूप से घायल सिद्दीक़ अहमद की मृत्यु हो गई। उनकी मृत्यु के बाद परिजनों ने शव को सड़क पर रखकर पूरा रास्ता जाम कर दिया। मृतक के परिजनों की मांग थी चौकी इंचार्ज और थाना टांडा कोतवाल को बर्खास्त किया जाए क्यूंकि इन लोगों की मिलीभगत से ही सिद्दीक़ अहमद की मृत्यु हुई है।
काफी देर परिजनों ने सड़क पर हंगामा काटा। कई घंटे लालपुर कला के मेन रोड पर अफरातफरी का माहौल रहा। पूरे एरिया को पुलिस ने छावनी में तब्दील कर दिया।
उसके बाद अपर पुलिस अधीक्षक सहित कई थानों की पुलिस वहां पहुंची और परिजनों को समझाया कि जो लोग भी इसमें दोषी हैं उन को बख्शा नहीं जाएगा। उन सब के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी। इस आश्वासन पर ही परिजनों ने शव को सड़क से हटाया।
रामपुर कोतवाली टांडा क्षेत्र के लालपुर कला गांव में आज से 3 दिन पहले दो पक्षों में किसी बात को लेकर विवाद हुआ था, जिसमें कुछ लोग दोनों पक्षों के घायल हो गए थे। इस विवाद में मौजूदा प्रधान हारून पर दबंगई के आरोप लग रहे हैं।