मेरठ/उत्तर प्रदेश[उरूज आलम]: मेरठ में एक बार फिर एक छात्रा का अपहरण करके उसके साथ दुराचार करने व दुराचार के बाद जान से मारने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां पुलिस की लापरवाही के चलते एक छात्रा को न केवल इज़्ज़त गवानी पड़ी बल्कि आरोपी ने बलात्कार के बाद उसकी हत्या भी कर दी और जंगल में फेंक कर फ़रार हो गया। मामला थाना सिविल लाइन क्षेत्र का है ।
गौरतलब है की दिनांक 3.10.2018 को थाना मवाना क्षेत्र के किशनपुरा बिराना गांव से एमएससी की छात्रा अपने भाई के साले लाखन के साथ मेरठ मूलचंद अस्पताल में आंखे दिखाने के लिए आई थी। लेकिन उसके बाद छात्रा घर नहीं पहुँची। छात्रा के परिजनों ने छात्रा और लाखन की तलाश की लेकिन कुछ पता न चलने पर परिजनों ने थाना सिविल लाइन में पहुँकर छात्रा की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करानी चाही लेकिन पुलिस ने शिकायत नहीं सुनी और परिजनों को मायूस लोटा दिया। लेकिन इसी बीच परिजनों ने लाखन को ढूढं निकाला और पुलिस के हवाले करके पूछताछ करने की बात कही लेकिन यहां भी पुलिस ने बिना पूछताछ के ही आरोपी को छोड़ दिया।
वहीं दूसरे दिन यानी 4 तारीख़ को इस मामले में अधिकारियों ने संज्ञान लिया और अपहरण का मुक़दमा दर्ज कर लिया और आरोपी को दोबारा हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो छात्रा की आख़री लोकेशन थाना परतापुर इलाके के जंगलों में मिली साथ ही आरोपी ने पूरी बात बताते हुए छात्रा की हत्या करने की बात क़बूली। पुलिस ने मौके पर पहुँचकर छात्रा का शव बरामद कर लिया है। आरोपी लाखन ने पुलिसिया पूछताछ में बताया कि वो छात्रा को अपने गांव के जंगल, खेत दिखाने के बहाने से लेकर गया था और वहां जाकर एक दोस्त की मदद से छात्रा के साथ रेप किया। लेकिन जब छात्रा ने रेप की बात घर बताने की बात कही तो आरोपी को अपनी पोल खुलने का डर सताने लगा और उसने उसकी चुन्नी से उसका गला दबारकर मौत के घाट उतार दिया और फरार हो गया।
फिलहाल पुलिस ने आरोपी की निशानदेही से क़त्ल में इस्तेमाल हुआ सामान भी बरामद कर लिया है और आरोपी को जेल भेज दिया है। लेकिन परिजनों का आरोप है और बड़ा सवाल भी यही कि अगर समय रहते थाना पुलिस समय से छात्रा के परिजनों की सुन लेती तो शायद छात्रा की जान बचाई जा सकती थी क्योंकि आरोपी और छात्रा की मोबाइल की लोकेशन से आराम से मामला पकड़ में आ सकता था लेकिन पुलिस ने परिजनों को शिकायत को नज़र अंदाज़ करके आरोपी को अपराध करने का पूरा वक़्त दे दिया।