लखनऊ में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के सम्मुख शहीद स्मारक में कांग्रेसजनों का मौन सत्याग्रह
उत्तर प्रदेश/लखनऊ(नौमान माजिद): कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को मानहानि के एक मामले में संसद की सदस्यता से अयोग्य ठहराए जाने को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता देशभर में मौन प्रदर्शन कर रहे हैं।
इसी सिलसिले में राहुल गांधी के प्रति समर्थन जताने के लिए कांग्रेस ने बुधवार को लखनऊ में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के सम्मुख शहीद स्मारक पर सत्याग्रह का आयोजन किया।
इस मौन सत्याग्रह के आयोजन में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं सहित भारी संख्या में कोंग्रेसी कार्यकर्ता भी मौजूद रहे।
प्रमुख रूप से राज्यसभा में उप नेता प्रमोद तिवारी , प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी, प्रांतीय अध्यक्ष वीरेंद्र चौधरी, प्रांतीय अध्यक्ष नसीमुद्दीन सिद्दीकी, राष्ट्रीय सचिव राजेश तिवारी, राष्ट्रीय सचिव सत्यनारायण पटेल, नेता विधानमंडल दल आराधना मिश्रा मोना , मीडिया संयोजक अंशू अवस्थी, लल्लन कुमार, सचिन रावत, शाहनवाज़ मंगल, मौन प्रदर्शन में शामिल रहे।
भोपाल में भी प्रदर्शन
उधर भोपाल में भी पीसीसी मुख्यालय पर पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ की अगुआई में मौन सत्याग्रह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रभारी महासचिव जेपी अग्रवाल भी मुख्य रूप से उपस्थित हुए।
पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव, राज्यसभा सदस्य राजमणि पटेल, जेपी धनोपिया, विद्याराम वर्मा, जिला कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप मोनू सक्सेना, श्रमिक नेता दीपक गुप्ता सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसी मौन सत्याग्रह पर बैठे। दोपहर दो बजे तक कांग्रेसी मौन सत्याग्रह पर बैठे रहे। कांग्रेसियों के पीछे मौन सत्याग्रह का बैनर लगा हुआ था। इसमें राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का चित्र छपा था, जिसमें वो मौन हैं और उनकी आंखें बंद हैं। बैनर पर लिखा था कि डेमोक्रेसी डिसक्वालिफाइड। कमल नाथ की अगुआई में कांग्रेसियों ने काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया।
- Winter Vaccation Anounced In J&K Degree Colleges
- National Urdu Council’s Initiative Connects Writers and Readers at Pune Book Festival
- पुणे बुक फेस्टिवल में राष्ट्रीय उर्दू परिषद के तहत ”मेरा तख़लीक़ी सफर: मुसन्निफीन से मुलाक़ात’ कार्यक्रम आयोजित
- एएमयू में सर सैयद अहमद खान: द मसीहा की विशेष स्क्रीनिंग आयोजित
- Delhi Riots: दिल्ली की अदालत ने 4 साल बाद उमर खालिद को 7 दिन की अंतरिम जमानत दी
- पत्रकारों पर जासूसी करने के आरोप में आयरिश पुलिस पर भारी जुर्माना लगाया गया