Globaltoday.in|राहेला अब्बास | सम्भल
उत्तर प्रदेश के जनपद सम्भल (Sambhal) के नखासा थाना इलाके के गांव में मंदिर में ही मंदिर के पुजारी और उसके बेटे की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। पुजारी और उसके बेटे का शव मंदिर में ही पड़ा मिला है।
घटना के बाद मौके पर पहुंचे एसपी ने घटनास्थल का जायज़ा लिया है। वहीं एसडीएम ने भी मौके पर पहुंच कर जांच पड़ताल की है।
फिलहाल पुलिस ने दोनों शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और पुलिस अब दोनों शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार कर रही है।
दरअसल सम्भल में नखासा थाना इलाके के गांव रसूलपुर के शिव मंदिर के पुजारी अमर सिंह और पुजारी का 20 वर्षीय बेटा जय वीर मंदिर में ही रहते थे।
शुक्रवार सुबह को मंदिर के पुजारी अमर सिंह और उसके 20 वर्षीय बेटे जयवीर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मंदिर के पुजारी अमर सिंह और उनके बेटे का शव मंदिर में पड़ा मिला है।
पुजारी अमर सिंह का शव शिव मंदिर के मंदिर परिसर में पड़ा हुआ था जबकि उसके बेटे जयवीर कश्यप पुजारी के कमरे में पड़ा हुआ था।
ग्रामीणों ने पुजारी और उनके बेटे की मौत की जानकारी नखासा थाना पुलिस को दी तो नखासा थाना पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और ग्रामीणों से घटना की जानकारी ली।
घटना की जानकारी होने पर एसपी यमुना प्रसाद और एसडीएम राजेश कुमार भी घटनास्थल पर पहुंचे। जहां एसपी ने घटनास्थल पर पहुंचकर ग्रामीणों से मामले की जानकारी ली है इसी के साथ मंदिर में पहुंचकर देखने वाले सबसे पहले ग्रामीण रिंकू से भी एसपी ने पूछताछ की है।
वहीं दूसरी तरफ एसडीएम राजेश कुमार भी ग्रामीणों से बातचीत कर इस मामले की गहनता से जांच पड़ताल कर पुजारी और उसके बेटे की मौत की असली वजह जानने में लगे हुए हैं। हालांकि बताया जा रहा है मंदिर के पुजारी अमर सिंह टीवी की बीमारी से परेशान था और उसका बेटा मंदबुद्धि था।
ऐसे में मंदिर में पड़े हुए मिले दोनों शव की हालत को देखकर कहा जा रहा है कि पहले पुजारी ने अपने बेटे को गला दबाकर मार दिया और फिर खुद आत्महत्या कर ली।
लेकिन कई ग्रामीणों का कहना है कि वारदात के समय पुजारी का एक शिष्य भी मंदिर में ही सो रहा था और वह हमेशा ही मंदिर में सोता रहा है और जब पुजारी और उसके बेटे की मौत हुई तो वह मंदिर में ना होने की बात कह रहा है। जिसको लेकर पुजारी और उसके बेटे की मौत को लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं।
फिलहाल पुलिस ने दोनों शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और पुलिस कई बिंदुओं पर जांच पड़ताल और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही अगली कार्यवाही की बात कह रही है।
लेकिन मौके पर संदिग्ध परिस्थितियों में हुई पुजारी और उसके बेटे की मौत हत्या या आत्महत्या की गुत्थी में उलझ कर रह गई है।
घटनास्थल पर पहुंचे एसपी यमुना प्रसाद का कहना है कि मंदिर में पुजारी और उसके 20 वर्षीय बेटे का शव मिला है अभी तक की पूछताछ में जानकारी मिली है कि पुजारी बीमार था और बच्चा मंदबुद्धि था। इसलिए पुजारी ने पहले अपने बेटे की हत्या की और उसके बाद आत्महत्या कर लिए दोनों शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार किया जा रहा है जिसके बाद अगली कार्रवाई की जाएगी।