Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the rank-math domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home3/globazty/public_html/wp-includes/functions.php on line 6114
मगरमछों से डरे लोगों ने दिया तहसील परिसर में धरना - globaltoday

मगरमछों से डरे लोगों ने दिया तहसील परिसर में धरना

Date:

रामपुर/स्वार 2 जुलाई : रामपुर की तहसील स्वार के गाँव नरपत नगर दून्दावाला के निवासियों ने मंगलवार(2 जुलाई) को पूर्व प्रधान खालिद अली के नेतृत्व में गाँव में बिजली न आने की समस्या और मगरमच्छ को पकड़वाने में वन विभाग की लापरवाही के खिलाफ स्वार तहसील परिसर में नारेबाजी की और भूख हड़ताल पर बैठे। गांव के लोगों का कहना था की उनके गाँव नरपत नगर में बिजली नाम मात्र को आती है या फिर आती ही नहीं। इतना ही नहीं गाँव के लोगों ने वहां के तालाब में आये 3 बड़े बड़े मगरमच्छों को प्रशासन द्वारा न पकड़ने की भी शिकायत की।

रामपुर के गाँव नरपत नगर के तालाब में मगरमच्छ मिलने से दहशत, भू-माफियाओं ने पाट रखा है आधा तालाब

खालिद अली(पूर्व प्रधान) अन्य ग्रामीण वासियों के साथ अधिकारीयों को ज्ञापन देते हुए - फोटो ग्लोबलटुडे
खालिद अली(पूर्व प्रधान) अन्य ग्रामीण वासियों के साथ अधिकारीयों को ज्ञापन देते हुए – फोटो ग्लोबलटुडे

गौरतलब है कि नरपत नगर के तालाब में पिछले कुछ महीनों से मगरमच्छ नज़र आ रहे हैं जो गाँव की मुर्ग़िया और बत्तख खा खाकर इतने बड़े हो गए कि अब इंसानों पर भी हमला करने लगे हैं। पूर्व प्रधान खालिद अली का कहना है कि मगरमच्छ ने गाँव के एक बच्चे पर हमला कर दिया था और वो बच्चे को पानी में खींच रहा था कि गाँव के लोगों ने उसको बचाया।

रामपुर में हाथियों का आतंक, संघर्ष के दौरान एक की मौत, एक ज़ख्मी

शिकायतों के बावजूद वन विभाग की कोई भी टीम मगरमच्छ पकड़ने नहीं आयी है। पूरे गाँव में देश्ट का माहौल है, बच्चे डरे हुए हैं।

रामपुर पुलिस कप्तान ने रात में ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों की चेकिंग

SDO और अधिकारियों ने गांव के लोगों को कुछ दिनों का आश्वासन देकर वापस कर दिया लेकिन गाँव के लगों का कहना है कि अगर दिए गए समय अनुसार मांगे पूरी नहीं हुई तो मजबूरन उनको फिर से धरने पर बैठना पड़ेगा।

Share post:

Visual Stories

Popular

More like this
Related

एक दूसरे के रहन-सहन, रीति-रिवाज, जीवन शैली और भाषा को जानना आवश्यक है: गंगा सहाय मीना

राष्ट्रीय उर्दू भाषा विकास परिषद मुख्यालय में 'जनजातीय भाषाएं...

Understanding Each Other’s Lifestyle, Customs, and Language is Essential: Ganga Sahay Meena

Lecture on ‘Tribal Languages and Tribal Lifestyles’ at the...

आम आदमी पार्टी ने स्वार विधानसभा में चलाया सदस्यता अभियान

रामपुर, 20 नवंबर 2024: आज आम आदमी पार्टी(AAP) ने...
Open chat
आप भी हमें अपने आर्टिकल या ख़बरें भेज सकते हैं। अगर आप globaltoday.in पर विज्ञापन देना चाहते हैं तो हमसे सम्पर्क करें.