कैमरे में कैद हुआ ऐसा सरकारी नौकर लुटेरा जिसने शोर शराबा होने के बाद ली हुई रिश्वत वापस कर दी
ग्लोबलटुडे/संभल: संभल की गुन्नौर तहसील के चकबंदी महकमे में सीओ के पेशकार का रिश्वत वापस करने का कारनामा कैमरे में कैद हो गया। बात यहीं ख़त्म नहीं हुई, वसंतपुर गाँव के पीड़ित ने उससे एक लाख दस हजार की रिश्वत लेकर जमीन संक्रमणीय न करने का आरोप लगाते हुए सीओ चकबंदी आफिस में ही आत्महत्या की धमकी दे दी।
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आपको बता दें कि मामला बड़े भ्रष्ट आचरण का है जिसमें जमीन को संक्रमणीय करने और चकबंदी के नाम पर गैर कृषि की जमीन पर पट्टे काटने को लाकर अवैध वसूली का है।
बड़े भ्रष्टाचार से जुड़ा ये पूरा मामला पेशकार तहसील में स्थित चकबंदी आफिस का है। जहां रोज़ की तरह तमाम लोग आज भी पहुंचे। इस बीच गाँव वसंतपुर का मुकेश नामक युवक ज़मीन संक्रमणीय के नाम पर महकमे के सीओ और पेशकार पर उसकी मार्फ़त एक लाख दस हजार रुपये लेकर भी काम न करने का आरोप लगाने लगा।
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उसका साफ़ कहना था कि तमाम गाँव से इस महकमे ने उसके मार्फ़त रुपए ले लिए अब न तो काम कर रहे हैं और न रुपए ही वापस कर रहे हैं। रोने पर उतारू ग्रामीण ने अपनी मजबूरी बताई कि पूरा गाँव उसके ऊपर चढ़ रहा है। अब यदि उसे रुपया वापस न मिला तो वह इस आफिस में ही आत्महत्या कर लेगा।
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शोर शराबा होने के बाद सीओ का पेशकार आफिस से बाहर आया और इस गाँव के ही मुकेश को उसने रिश्वतखोरी में लिए एक हजार दो सौ रुपए वापस कर दिए। रिश्वतखोरी कर रुपए वापस देने का लुटेरे पेशकार का ये खेल कैमरे मैं कैद हो गया। लेकिन पेशकार कैमरे के सामने अपनी सफाई देने की जगह भाग गया।
एसडीएम ओमवीर सिंह ने इस मामले की जाँच की बात कही है, उधर सीओ विजय शंकर सिंह भी जांच के बाद कार्रवाई की बात कह रहे हैं। परन्तु यदि भुक्तभोगियों की मानें तो रिश्वतखोरी में सीधे सीओ भी आरोपी है।
रिश्वत लेकर वापस देने की ये तस्वीर भले ही कैमरे में कैद हुई है परन्तु जांच के नाम पर बचाने का खेल क्या इस मामले में चलेगा ये देखने वाली बात होगी।
वैसे इन दिनों बेईमानी कर प्रदेश की योगी सरकार को गुमराह करने की संभल में प्रथा चल रही है। करीब तीन महीने पहले भी चकबंदी के एक लेखपाल का रुपए लेते वीडियो वायरल हुआ था।
महकमे ने न तो आज तक उसके खिलाफ कार्रवाई की और न ये बात न बताई औरकि उसे क्लीन चिट देने की। लेखपाल खुद को एक्स मैन बता अपना जलबा बताता रहा।
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