ग्लोबलटुडे/दिल्ली[तरन्नुम अतहर]: अमेरिका के फ्लैगर कालेज, फ्लोरिडा ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया के साथ अकादमिक सहयोग की इच्छा जताई है जिससे विविधता, लोकतंत्र और नागरिक स्तर पर मिल कर काम किया जा सके।
लिबरल एजुकेशन एवं इतिहास के जाने माने प्रोफेसर जाॅन डी. यंग ने आज जामिया मिल्लिया इस्लामिया की कुलपति प्रो नजमा अख़्तर से मुलाकात के दौरान दोनों शिक्षण संस्थानों के बीच आपसी सहयोग की संभावनाओं पर विचार विमर्श किया। अमेरिकी प्रोफेसर ने विविधता के प्रति जामिया की प्रतिबद्धता पर विस्तार से बात की, जो कि इस विश्वविद्यालय की बुनियाद का हिस्सा है।
अमेरिकी प्रोफेसर का स्वागत करते हुए प्रो अख़्तर ने छात्रों, विभागों और शैक्षिक प्रशासन के स्तर पर भारतीय शिक्षा के अंतरराष्ट्रीयकरण और विदेशी शिक्षण संस्थानों से भारतीय शिक्षण संस्थानों के बीच सहयोग करने के अपने पूर्व के प्रयासों का ज़िक्र किया। उन्होंने समझौता पत्रों के द्वारा विदेशी शैक्षिक संस्थानों के साथ सतत सहयोग की अपनी इच्छा को व्यक्त करते हुए कहा कि इससे न सिर्फ जामिया के शैक्षिक एवं अनुसंधान कार्य और बुलंदियों को छुएंगे, बल्कि ऐसे सहयोगों से उसे दुनिया के सर्वोत्तम शैक्षिक व्यवहारों को आत्मसात करने में मदद मिलेगी। प्रो अख़्तर ने कहा कि जामिया अनेकता में एकता की भारत की अनूठी ताक़त का एक उदाहरण है।
सुषमा स्वराज के बयान के बाद बड़ा सवाल-तो क्या “नूरा-कुश्ती” थी बालाकोट एयरस्ट्राइक?
फ्लैगर कालेज, संस्कृति और इतिहास को समेटे हुए बेहतरीन अकादमिक चुनौतियों को सामंज्स्य के साथ आगे बढ़ाने की मिसाल पेश करता है। छात्रों के बौद्धिक , सामाजिक और व्यक्तिगत विकास के मामले में यह जामिया की दृष्टी और मिशन के अनुरूप है। इस बैठक में जामिया के अंतरराष्ट्रीय संबंधों के विभाग के निदेशक प्रो मुकेश रंजन भी उपस्थित थे।