पीड़ित पक्ष का कहना है कि इस सम्बंध में जिला प्रशासन को शिकायत दर्ज कराई गई है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। हालांकि, जब इस सम्बंध में कुशीनगर के एसपी और सम्बंधित थाने के एसआई से बात की तो ऐसे किसी भी मामले से इंकार किया गया।
Globaltoday.in | उबैद इक़बाल | वेबडेस्क
उत्तर प्रदेश के कुशीनगर ज़िले में हिन्दू युवा वाहिनी से जुड़े कार्यकर्ताओं पर दशकों पुराने एक क़ब्रिस्तान की ज़मीन पर कब्ज़ा कर उसमें शमशान निर्माण कार्य कराए जाने का आरोप लगा है। यह आरोप वहां के गाँव के लोगों द्वारा लगाया गया है।
इंडिया टुमारो पर छपी खबर के मुताबिक़ यह मामला कुशीनगर ज़िले के ब्लॉक नेबुआ नौरंगिया के ग्राम सभा मड़ार विंदवालिया का है जहाँ ग्राम प्रधान के द्वारा एक पुराने क़ब्रिस्तान की ज़मीन पर बलपूर्वक शमशान बनाने के लिए भवन का निर्माण कराया जा रहा है। इसे लेकर गांव में तनाव की स्थित पैदा हो गई है।
गाँव के लोगों का कहना है कि इस सम्बंध में जिला प्रशासन को शिकायत दर्ज कराई गई है मगर अभी तक कोई भी कार्रवाई नहीं हुई।
जब इंडिया टुमारो ने कुशीनगर के एसपी और सम्बंधित थाने के एसआई से बात की तो उन्होंने ऐसे किसी भी मामले से इंकार किया है।
दशकों पुराना है यहाँ का क़ब्रिस्तान
लेकिन वहां रहने वाले एक गाँव के बुज़ुर्ग ने बताया कि, “यहाँ दशकों से कब्रिस्तान है और कभी कोई विवाद नहीं रहा है। पास में ही नहर के किनारे हिन्दू धर्म के मानने वाले भी अंतिम संस्कार किया करते हैं।”
उन्होंने बताया कि, “जिस ज़मीन को यहाँ के हिन्दू शमशान के रूप में इस्तेमाल करते रहे हैं वो ज़मीन भी पूर्व में मुसलमानों ने दी थी। यहाँ कभी इस मूद्दे को लेकर विवाद की स्थिति नहीं रही।”
बताया जा रहा है कि, ग्राम प्रधान के साथ गाँव के मुसलमान बुज़ुर्ग इस मामले को सुलझाने के लिए कई बार बैठे लेकिन मामले का हल नहीं हो सका और अब निर्माण जारी है।”
गाँव के लोगों ने बताया कि, ग्राम प्रधान हिन्दू युवा वाहिनी का सक्रीय सदस्य है और उसी के कारण क़ब्रिस्तान की ज़मीन को लेकर विवाद की स्थिति उत्पन्न हुई है।
हालांकि, गाँव के लोगों ने बताया कि इस मामले को लेकर वह कई बार प्रशासन से मिले हैं। एसपी को लिखित शिकायत भी की गई है, मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा गया है मगर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
पुलिस का मामले से इनकार
इस मामले में सम्बंधित थाने के एसआई ने अपना नाम नहीं बताते हुए ऐसे किसी भी मामले से इंकार किया है।
इस मामले में गाँव के मुसलमानों द्वारा प्रशासन को शिकायत करने पर कोई कार्रवाई तो नहीं की गई। लेकिन गाँव वालों का आरोप है कि क़ब्रिस्तान की ज़मीन पर भवन निर्माण की नींव के लिए पुलिस बल भी मौजूद था और पुलिस की मौजूदगी में ही निर्माण कार्य शुरू किया गया है।
आरोप है कि, पूर्व में शमसान घाट के लिए एक ज़मीन गाँव के सभी समुदाय की मौजूदगी और सहमति से तय की गई थी। ज़मीन चिन्हित कर शमशान घाट के निर्माण के लिए तय कर दिया गया था। बाद में हिंदू युवा वाहिनी से जुड़ा ग्राम प्रधान तयशुदा जगह से अलग हटकर कब्रिस्तान की जगह पर क़ब्ज़ा कर निर्माण कार्य शुरू कराया जिससे विवाद उत्पन्न हुआ है।
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