Globaltoday.in | रईस अहमद | रामपुर
कोरोना वायरस(Coronavirus) के लगातार बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर प्रधानमंत्री मोदी ने पूरे देश में 21 दिनों का लॉक डाउन किया है और और देशवासियों से अपील की है के अगले 21 दिन तक अपने घर से ना निकले। पीएम के लॉकडाउन के एलान के बाद उसके अनुपालन में पूरा प्रशासन लग गया है।
उत्तर प्रदेश के रामपुर में भी लॉक डाउन लागू कर दिया गया है, बावजूद इसके लोग अनावश्यक रूप से बाहर आ जा रहे हैं. प्रशासन ने ऐसे लोगों को चिन्हित कर उन्हें स्वैच्छिक कारोबार दे दिया है।
प्रशासन द्वारा ऐसे लोगों को नगर पालिका में सफाई हेतु और सरकारी अस्पतालों में वॉलिंटियर्स की तरह इस्तेमाल किया जाएगा।
रामपुर(Rampur) में धारा 144 लागू है. देर रात अनावश्यक रूप से बाहर निकलने वाले लोगों को पकड़ कर रामपुर प्रशासन ने उनसे उनकी विस्तृत जानकारी इकट्ठी कर उन्हें वॉलिंटियर्स बना दिया है. साथ ही नगरपालिका में साफ सफाई का काम भी उन्हीं को सौंप दिया है।
अब वह स्वैच्छिक रूप से कोरोना वायरस से देश की इस जंग में योद्धा का काम करेंगे। उच्च अधिकारियों का मानना है कि शासन प्रशासन के निर्देशों का पालन न करने वालों के लिए अनावश्यक घर से बाहर निकलने वालों के लिए यही सजा है।
इस संबंध में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट गौरव कुमार ने बताया लगातार शासन द्वारा निर्देश आ रहे हैं आज से लॉक डाउन है. माननीय प्रधानमंत्री द्वारा 21 दिन के लिए 15 अप्रैल तक लॉक डाउन घोषित कर दिया गया है. ऐसी स्थिति में लोगों को संभालना बहुत मुश्किल हो रहा है क्योंकि लोग आवश्यक वस्तु फल सब्जी लेने के लिए बाहर आ रहे हैं. कुछ ऐसे शरारती तत्व हैं अनावश्यक रूप से बाहर आ रहे हैं और बाहर तफरी सैर सपाटा कर रहे हैं. यह लोग ना केवल अपने लिए खतरा हैं समाज के लिए भी खतरा हैं, तो ऐसे लोगों को चिन्हित किया गया प्रशासन द्वारा पकड़ा गया और सजा के तौर पर उन्हें स्वैच्छिक रूप से नगर पालिका में सफाई हेतु और अस्पतालों में वॉलिंटियर्स के रूप में रोगियों की सेवा के लिए इस्तेमाल किया जाएगा, यही अपनी सजा माने। इनकी सर्विसिस ली जाएंगी, ताकि दोबारा ऐसे रिपीट ना हो यही इन्श्योर करने के लिए।