उत्तर प्रदेश/संभल( मुजम्मिल दानिश) : मदरसा अजमल उल उलूम के 100 वर्ष पूरे होने पर मदरसे में एक प्रोग्राम का आयोजन किया गया जिसमें शामिल वक्ताओं ने अपने अपने विचार व्यक्त करते हुए मदरसे के इतिहास पर रोशनी डाली, साथ ही मदरसे व मुल्क की तरक्की के लिए दुआ की गई।
सदर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला ठेर स्थित मदरसा अहले सुन्नत अजमल उल उलूम में मदरसे के 100 वर्ष पूर्ण होने पर एक प्रोग्राम का आयोजन किया गया। जिसकी शुरुआत तिलावते कलाम ए पाक से हुई। उसके बाद उलेमाओं ने अपने अपने विचार रख कर मदरसे के 100 वर्ष के कार्यकाल पर विस्तार पूर्वक रोशनी डाली।
उलेमाओ ने बताया कि इस्लामी साल के मुताबिक मदरसे को 100 वर्ष पूर्ण हो चुके हैं। मदरसे में पढ़ने वाले बच्चों ने ऊंचे ऊंचे पदों पर पहुंचकर बहुत नाम कमाया है। प्रोग्राम के अंत में मदरसे व मुल्क की तरक्की के लिए दुआ की गई।
- एक दूसरे के रहन-सहन, रीति-रिवाज, जीवन शैली और भाषा को जानना आवश्यक है: गंगा सहाय मीना
- Understanding Each Other’s Lifestyle, Customs, and Language is Essential: Ganga Sahay Meena
- आम आदमी पार्टी ने स्वार विधानसभा में चलाया सदस्यता अभियान
- UP Bye-Elections 2024: नेता प्रतिपक्ष पहुंचे रामपुर, उपचुनाव को लेकर सरकारी मशीनरी पर लगाए गंभीर आरोप
- लोकतंत्र पर मंडराता खतरा: मतदाताओं की जिम्मेदारी और बढ़ती राजनीतिक अपराधीकरण- इरफान जामियावाला(राष्ट्रीय प्रवक्ता, आल इंडिया पसमंदा मुस्लिम महाज़)
- एएमयू संस्थापक सर सैय्यद अहमद खान को भारत रत्न देने की मांग उठी